Kundli Tv- रूप चतुर्दशी: स्नान का ये तरीका आपको बनाएगा सेक्सी और जवान
punjabkesari.in Monday, Nov 05, 2018 - 03:47 PM (IST)
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
दिवाली से एक दिन पहले 6 नवंबर मंगलवार को रूप चतुर्दशी है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को रूप चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन मनमोहन यानि श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए। वह सौंदर्य रूप हैं। शास्त्रों के अनुसार तभी तो राधारानी उन्हें शाम सुंदर कहकर बुलाती थी। रूप चौदस पर व्रत रखने का भी विधान है। कहते हैं जो व्यक्ति इस दिन व्रत करता है श्रीकृष्ण उसे आकर्षण, रूपवान और अपार सौंदर्य देते हैं। व्रत न कर सकें तो शुभ मुहूर्त में स्नान करके भी पाई जा सकती है सुंदर काया। इस दिन स्नान करने के 2 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं पहला सुबह 4 बजे से लेकर 59 मिनट तक और दूसरा 6 बजकर 36 मिनट तक।
छोटी दिवाली का दिन रूप चतुर्दशी के नाम से भी प्रसिद्ध है। आइए जानें, इसके पीछे की कहानी। मान्यता के अनुसार एक बार हिरण्यगभ नाम के एक राजा ने राज-पाट त्यागकर तप में विलीन होने का फैसला लिया। जिसके बाद कई सालों तक वे तप में लीन रहे। जिसकी वजह से उनके शरीर पर कीड़े पड़ गए। शरीर पर कीड़े पड़ने की वजह से राजा बहुत दुखी रहने लगा और अपनी इस व्यथा को नारद मुनि को सुनाया। तब नारद मुनि ने राजा को एक उपाय बताया। नारद मुनि ने राजा से कहा कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर शरीर पर लेप लगाकर सूर्योदय से पहले स्नान करने के बाद रूप के देवता श्री कृष्ण की पूजा करें। ऐसा करने से फिर से सौन्दर्य की प्राप्ति होगी।
राजा ने नारद के कहे अनुसार वैसा ही किया और ऐसा करने के बाद तो मानो चमत्कार ही हो गया और इस एक उपाय से राजा फिर से रूपवान हो गए। तभी से इस दिन को रूप चतुर्दशी भी कहा जाने लगा।
गोवत्स द्वादशी पर गाय के दूध से बना सामान क्यों नहीं खाते ? (VIDEO)
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस ने झारखंड की 3 लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की