इनेलो के विधायकों का दुष्यन्त के प्रति मोह कुर्सी पर पड़ सकता है भारी

punjabkesari.in Monday, Nov 05, 2018 - 09:41 AM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): अगर इनैलो की परिस्थितिया ठीक ना रही तो राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि विधायकों के गणित के खेल में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर अपना दावा जता सकती है। कांन्ग्रेस की लॉटरी बैठे बिठाए निकल सकती है। हाल ही में हरियाणा बीजपी के नेता भी इस पर चुटकी ले चुके हैं व कह चुके हैं कि इनेलों से नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी जा सकती है। इनेलो के विधायकों का दुष्यन्त के प्रति मोह आने वाले समय मे इनेलो की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर भारी पड़ सकता है। 3 विधायक खुल कर दुष्यन्त के साथ हैं, जिनमे एक उनकी माता नैना चोटाला, दूसरे अनूप धानक व तीसरे राजदीप फोगाट हैं।

इनैलो के एनआईटी फरीदाबाद से विधायक नागेंद्र बढ़ाना पिछले चार सालों से इनैलो के किसी कार्यक्रम में शामिल ना होकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रमों में खुल्लम खुल्ला शामिल हो रहे है। बढ़ाना की यह अनुशासन हीनता इनैलो के द्वारा दरकिनार किए जाने के पीछे नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी डामाडोल होना माना जा रहा है। इनैलो के विधायकों के गणित में 19 विधायक इनैलो के  खाते में 2014 में आए थे।वर्तमान परिस्थितियों में दुष्यंत चौटाला व् दिग्विजय चौटाला के निलंबन के बाद उकलाना के विधायक अनूप धानक, चरखी दादरी के विधायक राजदीप फौगाट भी दुष्यंत के साथ नजर आ रहे है। इनैलो में बढ़ाना, धानक, फौगाट, नैना चौटाला यह चार विधायक इनैलो के वर्तमान नेतृत्व के पक्ष में चलते नजर नहीं आते। जींद के विधायक हरिचंद मिड्डा जो की इनैलो से थे के निधन के बाद यह सिंट रिक्त है आंकड़ों के खेल में 19 में से 5 अलग कर दिए जाए तो इनैलो के विधायकों की संख्या 14 रह जाती है। 

इनैलो के पास नेता प्रतिपक्ष का पद विधानसभा में इसलिए कब्जे में है क्योंकि 2014 के चुनावों में विधायकों की संख्या के गणित में 19 विधायक इनैलो के पास व् 15 विधायक कांग्रेस के पास थे। हरियाणा जनहित कांग्रेस का विलय कांग्रेस में होने के बाद कुलदीप बिश्नोई व् उनकी धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई ढाई वर्ष पूर्व कांग्रेस में शामिल हो चुकी है। जिसके बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 15 से बढ़कर 17 हो गई है। इनैलो के अंदर चल रहे घमासान में अनुसासन हीनता के नाम पर इनैलो क्या उकलाना के विधायक अनूप धानक, चरखी दादरी के विधायक राजदीप  फौगाट व डबवाली की विधायक नैना चौटाला तथा चार साल से बागी चल रहे एनआईटी फरीदाबाद के विधायक नागेंद्र बढ़ाना पर कोई तलवार लटकती है या नहीं ?

इसपर सबकी निगाहे है। दूसरी तरफ सूत्रों का कहना है की उकलाना के विधायक अनूप धानक, चरखी दादरी के विधायक राजदीप  फौगाट व डबवाली की विधायक नैना चौटाला अजय चौटाला के अगले निर्णय का इंतजार कर रहे है। ऐसी चर्चाए है की अगर आवश्यकता पड़ी तो यह लोग इनैलो से खुद भी इस्तीफा दे सकते है। यह सब निर्णय अजय चौटाला पर टिके हुए है। इनेलो के अंदर चल रही नूरा कुश्ती का लाभ उठाने में सत्ता पक्ष बीजपी की भी पैनी निगाह है। जींद के स्वर्गीय विधायक हरिचन्द मिड्डा के बेटे कृष्ण मिड्डा को बीजपी में शामिल करना इसी कड़ी का एक हिस्सा है। निसंदेह बीजपी इनेलो के प्रभाव वाले क्षेत्रों में सेंधमारी का कोई भी मौका नही चुकेगी। ऐसे चेहरे जो भविष्य के लिए मजबूत नजर आएंगे उन्हें पलायन करवाने का खेल चुनावी वर्ष में खूब चलेगा।
 


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Rakhi Yadav

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