दुष्यंत व दिग्विजय के बाहर होने से अभय की राहें अब होंगी मुश्किल

punjabkesari.in Saturday, Nov 03, 2018 - 10:10 AM (IST)

चंडीगढ़(दीपक बंसल): जिस दिन इनैलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने दुष्यंत व दिग्विजय को पार्टी से निलंबित किया था उसी दिन से यह धारणा लगाई जा रही थी कि अब इन्हें कभी भी पार्टी बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा और आखिरकार दीवाली से पहले और चुनावी वर्ष में दोनों भाइयों को पार्टी से बाहर कर दिया गया। इन हालातों में अब नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला की राहें आसान होने की बजाय मुकिश्ल हो जाएंगी, क्योंकि पार्टी की एकजुटता बनाए रखना उनके लिए एक भारी चुनौती होगी।

प्राप्त जानकारी अनुसार चाचा-भतीजों के बीच अंदरूनी विवाद लंबे समय से चल रहा था और इतना ही नहीं मायावती से समझौते के दौरान भी अभय व दुष्यंत के बीच इस बात का कशमकश चल रही थी कि इसका श्रेय कौन ले। अपने-अपने स्तर पर दोनों नेता मायावती से संपर्क बढ़ा रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर अभय चौटाला मुलाकात कर समझौता कर गए। इसके बाद अभय व दुष्यंत का विवाद सार्वजनिक तौर से दिखाई देने लगा। 

इनैलो की इस फूट पर अन्य दलों की निगाहें भी टिकी है कि इनैलो के कार्यकत्र्ता ऐसे हालात में पार्टी में बने रहते है या फिर अन्य दलों की तरफ रुख करते है। विश्लेषकों का यह भी मानना है दुष्यंत व दिग्विजय की बिछाई बिसात दादा के लिए भारी पड़ गई क्योंकि वह चाहकर भी पार्टी में बिखराव नहीं रोक नहीं पाए। अब सवाल उठता है दादा ने पोतो को बाहर का रास्ता तो दिखा दिया, पर भाविष्य में उनकी राहें क्या होगी? 

ऐसी चर्चाए चलीं कि दुष्यंत की भाजपा के वरिष्ठ नेताओंं से मुलाकात हो चुकी है और भविष्य में वह भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं तो दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि वह अपनी पार्टी बनाकर अलग राह पर चलेंगे। दुष्यंत का मायावती से मुलाकात करना भी भविष्य में कुछ नए संकेत दे रहा है। अब देखते हैं कि आने वाले दिनों परिवार की यह फूट क्या रंग खिलाती है लेकिन कार्यकर्ताओं की असमजस की स्थिति जरूर बन गई है कि वह कि धर जाए। 
 


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Rakhi Yadav

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