मुझे नहीं लगता नोटिस की भाषा चौटाला साहब ने लिखी है : दुष्यंत

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 10:21 AM (IST)

सिरसा(पंकेस): हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला का कहना है कि इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला की ओर से उन्हें दिए गए नोटिस के जवाब में उन्होंने अपना पक्ष रखा है पर जिस तरह से उन्हें दिए गए नोटिस में शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। उससे शायद उन्हें यह लगता है कि यह नोटिस ओमप्रकाश चौटाला ने न लिखा हो। 7 अक्तूबर को गोहाना रैली और उसके 2 रोज बाद पार्टी सुप्रीमो की ओर से इनसो, युवा इनैलो को भंग करने व दुष्यंत को नोटिस दिए जाने के बाद दुष्यंत आज यहां बरनाला रोड स्थित चौटाला हाऊस में पहुंचे। इस दौरान युवाओं ने ‘चौधरी देवीलाल अमर रहे’, ‘डा. अजय सिंह चौटाला जिंदाबाद,’ ‘दुष्यंत तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे लगाए। 

दुष्यंत ने कहा कि सभी युवा साथी संगठित होकर संयम में रहें। चौटाला साहब के भाषण का एक अंश उन्हें याद आता है, जिसमें चौटाला साहब कहते हैं कि ‘हक मांगने से नहीं छीनने से मिलते हैं।’  दुष्यंत ने इस बात को विस्तार देते हुए कहा कि अगर हमें अपने अधिकारों को मांगने के लिए हक जताना पड़ा तो जताएंगे। साथ ही उन्होंने युवाओं को सख्त लहजे में संदेश दिया कि ‘वे संयम रखें, इनैलो सुप्रीमो ही हमारे परिवार के और पार्टी के मुखिया हैं। ऐसे में कोई भी साथी अगर उनके खिलाफ कोई शब्द बोलता या लिखता है तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। 

2009 में इनैलो सुप्रीमो ने महेंद्रगढ़ का प्रभारी उन्हें बनाया। तब से लेकर आज तक वे पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह भी कहा कि वे दीपावली तक संयम रखें। दीपावली से पहले डा. अजय सिंह चौटाला पैरोल पर बाहर आ जाएंगे। उन्होंने युवाओं को यह भी कहा कि हो सकता है कहीं गोहाना रैली में कोई कोताही हुई हो, पर इसके लिए किसी भी युवा साथी पर गाज नहीं गिरने देंगे। 
 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Rakhi Yadav

Recommended News

Related News

static