एक साल में बढ़े 7300 करोड़पति, 91% युवाओं के पास 7.4 लाख रु से भी कम संपत्ति
punjabkesari.in Thursday, Oct 18, 2018 - 06:34 PM (IST)
मुंबई :भारत में अमीर और गरीब के बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। जुलाई 2017 से जून 2018 तक देश में करोड़पतियों की संख्या 7,300 बढ़ी। इनका कुल आंकड़ा 3.43 लाख हो गया है। इन करोड़पतियों के पास कुल 444 लाख करोड़ रुपए (6 ट्रिलियन डॉलर) की संपत्ति है।
एक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जून के अंत में भारत में ऐसे धनाढ्यों की संख्या 3.43 लाख तक पहुंच गई। इनकी कुल सम्पत्ति 6,000 अरब डॉलर के बराबर आंकी गई है। वित्तीय सेवा कंपनी क्रेडिट सुसी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत सबसे अधिक महिला अरबपतियों (एक अरब डालर यानी 73.5 अर रुपए से अधिक की सम्पत्ति वाली महिला अमीरों)का देश में हैं।
समीक्षावधि के दौरान दुनिया की 18.6 प्रतिशत महिला अरबपति भारत में थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2018 तक देश में दस लाख डॉलर या उससे अधिक की हैसियत वाले धनाढ्य़ों की कुल संख्या 3,43,000 रहने का अनुमान है। पिछले एक वर्ष में इस श्रेणी के लोगों की संख्या में 7,300 की वृद्धि हुई है। नए धनाढ़्यों में 3,400 लोगों की संपत्ति पांच करोड़ डॉलर (करीब 36.5 करोड़ रुपए) और 1,500 लोगों की संपत्ति 10 करोड़ डॉलर (करीब 73 करोड़ रुपए) से अधिक है। इस अवधि में देश की संपत्ति में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,000 अरब डॉलर रही।
हालांकि देश में प्रति व्यक्ति संपत्ति 7,020 डॉलर पर ही बनी रही, इसकी अहम वजह रुपए का बढऩा है। रपट में कहा गया है कि 2023 तक भारत में धनाढ़्यों की संख्या और गरीबी-अमीर का फर्म बढ़ेगा। उस समय तक के बीच असमानता 53 प्रतिशत से ऊपर बढऩे की उम्मीद है। देश में ऐसे अमीरों की संख्या 5,26,000 होगी जो 8,800 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक होंगे तथा अमीर-गरीब की खाई 53 प्रतिशत गहरी हो जाएगी। भारत में लोगों की व्यक्तिगत सम्पत्ति जमीन जायदाद और अन्य अचल सम्पत्तियों के रूप में है। पारिवारिक सम्मपत्तियों में ऐसी सम्पत्ति का हिस्सा 91 प्रतिशत है।