अंतराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में इस बार फिर निभाई जाएगी यह परंपरा

punjabkesari.in Thursday, Oct 18, 2018 - 10:30 AM (IST)

कुल्लू : अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में इस बार पशु बलि नहीं होगी। 2014 में सार्वजनिक स्थानों व आयोजनों में पशु बलि को प्रतिबंधित कर दिया था। उसके बाद से पशु बलि नहीं दी जा रही है। दशहरा उत्सव में अंतिम दिन 7 पशुओं की बलि दी जाती थी, उसके बाद ही कुल्लू दशहरा उत्सव का समापन होता रहा है। लंका दहन वाले दिन पशु बलि के साथ उत्सव के समापन की घोषणा होती है और उत्सव में आए देवी-देवता उसके पश्चात अपने-अपने देवालयों की ओर लौटते हैं। 2014 से न्यायालय के आदेशों के बाद पशु बलि नहीं हुई। पिछले वर्ष कुछ लोगों ने पशु बलि का कार्य निपटाए जाने को लेकर अफवाह फैलाई थी। हालांकि बाद में अधिकारियों की ओर से यह बात स्पष्ट हुई थी कि दशहरा उत्सव में पशु बलि नहीं हुई।

19 अक्तूबर से लगेगी धारा 144
दशहरा उत्सव के दौरान 19 अक्तूबर से उत्सव के समापन तक धारा-144 लगी रहेगी। लोगों के एकत्रित होने के संदर्भ में धारा-144 का कोई सरोकार नहीं होगा, लेकिन आग्नेयास्त्र लेकर चलने पर प्रतिबंध रहेगा।
 


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kirti

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