नकली पुलिस के चक्रव्यूह को भेद नहीं पा रही लुधियाना पुलिस

punjabkesari.in Wednesday, Oct 17, 2018 - 10:20 AM (IST)

लुधियाना (तरुण): नकली पुलिस बनकर लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर गिरोह के चक्रव्यूह को पुलिस प्रशासन भेद नहीं पा रहा है। बीते दिनों में पुलिस उच्चाधिकारियों की ओर से लुटेरों को काबू करने के दावे खोखले साबित हो रहे है। पुलिस के दावों की खिल्ली उड़ाते हुए शातिर लुटेरे एक बार फिर वारदात को अंजाम देने निकल पड़े। हालांकि इस बार व्यापारी की सूझ-बूझ से लूट की वारदात असफल रही, जिससे कि पुलिस विभाग की कुछ लाज बच गई। फिलहाल पुलिस इस बात का भी अभी तक पता नहीं लगा पाई है कि वारदात करने के बाद लुटेरे दूसरे राज्य की ओर निकल जाते हैं या लुधियाना में ही छिपे बैठे थे। 

लुटेरों की चौथी वारदात नाकाम
नकली पुलिस बनकर लुटेरे तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं, जबकि रविवार के दिन चौथी वारदात लुटेरों की नाकाम रही। बेखौफ लुटेरों ने पहली वारदात में 3.80 लाख की नकदी अलीगढ़ के व्यापारी से दूसरी वारदात में केसरगंज मंडी के निकट छत्तीसगढ़ के व्यापारी से 1.40 लाख नकदी लूटी थी।  7 दिन बाद 5 अक्तूबर को मोचपुरा बाजार के निकट सीतामड़ी के व्यापारी से दोबारा इसी गिरोह ने 57 हजार की नकदी लूटी थी, जबकि चौथी वारदात रविवार की है, जब तीसरी बार इसी गिरोह ने चौड़ी सड़क के निकट स्थानीय व्यापारी को बाहरी राज्य का व्यापारी समझ कर लूटना चाहा। चंडीगढ़ रोड स्थित 32 सैक्टर के रहने वाले राजेश कुमार ने सूझ-बूझ से काम लिया और नकली पुलिस को आई.डी. दिखाने को कहा। इतने में बाजार के लोग जब इकट्ठा होने शुरू हुए तो लुटेरे मौके से फरार हो गए। ऐसे लुटेरों की चौथी वारदात असफल रही।

पुलिस विभाग की रही भारी चूक
बीते 18 दिनों में शातिर गिरोह थाना कोतवाली और थाना डिवीजन नं.-4 के अंतर्गत आते क्षेत्रों में वारदातें कर चुका है। गिरोह के सदस्यों की पहचान महाराष्ट्र के क्राइम रिकार्ड में दर्ज है। अगर पुलिस प्रयास करती तो शायद उक्त आरोपियों का चिट्ठा निकालकर उन्हें धर दबोच लेती। कही न कही पुलिस प्रशासन की ओर से उक्त आरोपियों को पकडऩे में बड़ी चूक हुई है। लुटेरों का पिछला चिट्ठा महाराष्ट्र और गुजरात से जुड़ा हुआ है। पुलिस विभाग इन राज्यों में जाने के लिए उन व्यापारीरियों को मोबाइल कर लुधियाना बुला रही है, जिनके साथ वारदातें हुई है। दबीं जुबां में पीड़ित व्यापारियों का कहना है कि पुलिस उन्हें इसलिए साथ में लेकर जाना चाहती है, जिससे की सारा खर्चा उनसे करवाया जा सकें। अगर खर्चे को लेकर पुलिस बाहरी राज्य में जाने से गुरेज करती रही है तो यहां भी पुलिस से भारी चूक हुई है। 


पुलिस की 4 टीमें महाराष्ट्र रवाना
चौथी नाकाम वारदात के बाद लुटेरों की तलाश में कमिश्नर के आदेशों पर 4 पुलिस की टीमें महाराष्ट्र रवाना हो चुकी है। आरोपियों को पकड़कर पुलिस अपनी साख बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। महाराष्ट्र पुलिस पूर्ण रूप से पंजाब पुलिस को सहयोग कर रही है। पुलिस के हाथ वारदात करने वाले लुटेरों की सी.सी.टी.वी. फुटेज है, जिसे लेकर पुलिस कार्य को अंजाम देने में जुटी है। 


सरगना चढ़ सकता है पुलिस के हत्थे
गिरोह का सरगना महाराष्ट्र में है, जबकि चौथी नाकाम वारदात के बाद गिरोह के अन्य सदस्य लुधियाना के इर्द-गिर्द ही छुपे हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने स्थानीय पुलिस को गिरोह के सरगना की फोटो दी है। पुलिस के हाथ गिरोह के सरगना से संबंधित काफी अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस गिरोह के सरगना को गिरफ्त में लेने के लिए जाल बिछा चुकी है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ सकता है। 


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