चंडीगढ़ विजीलैंस टीम ने 5 घंटे तक खंगाली नगर निगम की फाइलें

punjabkesari.in Wednesday, Oct 17, 2018 - 08:55 AM (IST)

बठिंडा(विजय): चंडीगढ़ से आई निकाय विभाग की विजीलैंस टीम ने मंगलवार को बठिंडा महानगर के नगर निगम में अचानक छापामारी की और शिकायत से भरी फाइलों की जांच शुरू की। इनका नेतृत्व चीफ विजीलैंस अफसर सुदीप मानक ने किया जबकि उनके सीनियर अधिकारी नीरज भट्टी, महेंद्र पाल व इशान गोयल भी शामिल हुए। 

अचानक पड़े छापे से मचा हड़कंप

अचानक आई टीम को देखते ही निगम अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए क्योंकि नगर निगम बङ्क्षठडा अवैध निर्माण के मामले में भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है जिसकी अनेकों शिकायतें निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पास पड़ी हैं। विजीलैंस का यह वही उच्चाधिकारी है जिसने नगर सुधार ट्रस्ट में मनमोहन कालिया एन्क्लेव में हुए व्यापक भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था जिसमें 4 ई.ओ. सहित 11 उच्चाधिकारियों को निलंबित किया गया था। इस टीम ने 5 वर्ष पुरानी शिकायतों के संबंध में जांच शुरू की व पूरा रिकार्ड भी खंगाल डाला। इस मामले में नगर निगम बठिंडा ने क्या कार्रवाई की इस संबंध में नगर निगम अधिकारियों से पूछताछ भी की।

यह टीम लगभग 5 घंटे निगम कार्यालय में रही और इसी दौरान उन्होंने एक शिकायत के संबंध में ग्रीन सिटी कालोनी व कृष्णा कालोनी में मौके पर जाकर जांच की तो सब कुछ सही पाया गया। ये दोनों कालोनियां नियमों के मापदंड अनुसार ही बनाई गई हैं जिस पर अधिकारियों ने संतुष्टी प्रकट की। विजीलैंस जांच टीम ने बिल्डिंग ब्रांच में जाकर वहां धूल झोक रही सभी फाइलों को खंगाला। इनमें से अधिकतर फाइलें अवैध निर्माण से संबंधित थीं। यहां तक कि बिल्डिंग निर्माण के पास हुए नक्शों व रद्द हुए नक्शों की फाइलों को भी खंगाला गया। निगम अधिकारियों ने चालाकी से इन फाइलों की खानापूर्ति की हुई थी। टीम ने तहबाजारी, पार्किंग स्थलों, विज्ञापन टैंडरों सहित बी. एंड आर. की फाइलों की भी जांच की। इस टीम ने अकाऊंट्स ब्रांच को भी नहीं बक्शा और उनकी फाइलों की जांच करते हुए कुछ को कब्जे में भी लिया। 

निगम के प्रोजैक्ट भी आए राडार पर
जांच टीम ने निगम अधीन चल रहे कई प्रोजैक्टों संबंधी निगम अधिकारियों से भी गहराई से पूछताछ की। बेशक जांच टीम ने मीडिया को कुछ भी बताने से इंकार किया लेकिन उनकी कार्यप्रणाली से पत्रकारों को आभास हुआ कि दाल में कुछ काला जरूर है। इस टीम ने उन सभी फाइलों की जांच की जिसकी शिकायत निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पास पहुंची थी जबकि नगर निगम अधिकारियों ने इन फाइलों को दबा रखा था। 

इन अधिकारियों को चंडीगढ़ किया तलब
बता दें कि सी.बी.ओ. ने सभी 6 कैटागरी के अधीन बनी बड़ी बिल्डिंगों के नक्शों के अलावा निगम अधिकारी सी.टी.पी., निगम इंजीनियर, एक्सियन, एस.डी.ओ. सहित कुछ अन्य अधिकारियों को रिकार्ड सहित चंडीगढ़ में तलब भी किया है। टीम ने पिछले 5 वर्षों दौरान कुछ गंभीर शिकायतों संबंधी रिकार्ड को कब्जे में लेकर उसकी जांच शुरू की। 

क्या कहते हैं निगम अधिकारी
विजीलैंस टीम की छापेमारी को लेकर निगमायुक्त ऋषिपाल से जब इस संबंध में संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। निगम इंजीनियर संदीप गुप्ता ने बाताया कि विजीलैंस टीम रूटीन चैकिंग पर आई हुई थी। उन्होंने शिकायतों का निपटारा करते हुए कुछ फाइलों की जांच की। उन्होंने बताया कि नक्शे संबंधित फाईलों को भी जांच की जो नक्शे रद्द किए गए थे उनके कारणों का विवरण भी उन्होंने देखा। संदीप गुप्ता के अनुसार विजीलैंस टीम पूरी तरह संतुष्ट होकर गई जबकि अधिकतर शिकायतें झूठी पाई गईं। उन्होंने बताया कि टीम कोई भी रिकार्ड साथ लेकर नहीं गई। 


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