किसानों ने किया चावल मिल मालिकों के नियम का विरोध

punjabkesari.in Tuesday, Oct 16, 2018 - 02:53 PM (IST)

फाजिल्का (नागपाल, लीलाधर): नई अनाज मंडी में मार्कीट कमेटी कार्यालय के  समक्ष आज सैंकड़ों किसानों ने फाजिल्का के पूर्व विधायक डा. महिन्द्र रिणवा के पुत्र व जिला परिषद के सदस्य सिद्धार्थ रिणवा के नेतृत्व में चावल मिल मालिकों द्वारा किए जा रहे कथित आर्थिक शोषण के  विरुद्ध प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया कि चावल मिल मालिक परस्पर मिल गए हैं और धान अपनी शर्तों पर खरीद करना चाहते हैं। किसान व गांव खानपुर के युवा किसान हरदीप ढाका ने बताया कि परमल धान की काफी मात्रा जिसे सरकार द्वारा तय नियमानुसार 17 प्रतिशत नमी की मात्रा होनी चाहिए, को चावल मिलों द्वारा लौटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ चावल मिलर्ज व सरकारी खरीद एजैंसियां कथित रूप से मिली हुई हैं जिस कारण उनके निर्धारित मात्रा से कम सूखे धान को भी अधिक नमी वाला दिखाया जा रहा है। 

धान एक सप्ताह में 3 बार रिजैक्ट
गांव कमालवाला के एक अन्य किसान ने बताया कि खरीद के लिए उसका धान एक सप्ताह में 3 बार रिजैक्ट किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि फसल के मंडी में पड़े होने के कारण उसकी फसल की चोरी के भी प्रयास किए जा चुके हैं। 


रोष जलूस भी निकाला
किसानों ने आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह लवली काठपाल की दुकान के समक्ष इस बात के लिए रोष व्यक्त किया कि वे उनका साथ नहीं दे रहे हैं, जबकि निकटवर्ती नगर में आढ़ती किसानों का साथ दे रहे हैं। किसानों ने मंडी में रोष जलूस भी निकाला। 

निर्धारित मात्रा के नमी वाले धान को लौटाया नहीं जा रहा : धूडिय़ा 
इस संदर्भ में संपर्क करने पर राइस मिलर्ज एसोसिएशन के महासचिव अनु धूडिय़ा ने कहा कि निर्धारित मात्रा के नमी वाले धान को लौटाया नहीं जा रहा, बल्कि कुछ किसानों द्वारा अधिक नमी वाला धान खरीदने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है, जबकि वे ऐसा नहीं करेंगे। इस विषय में सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकारी एजैंसियों द्वारा तय सरकारी नियमों के अनुसार धान खरीदा जा रहा है।  
 


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