आतंकी मूसा का सगा भाई निकला सीटी इंस्टीट्यूशन से अरेस्ट आतंकी रफीक भट्ट

punjabkesari.in Monday, Oct 15, 2018 - 01:02 AM (IST)

जालंधर(वरुण): सी.टी इंस्टीच्यूशन से गिरफ्तार हुआ आतंकी मोहम्मद रफीक भट्ट जैश- ए- मोहममद के आतंकी जाकिर मूसा का सगा भाई निकला है। छोटी उर्म में ही रफीक भट्ट को उसके पिता ने अपने भाई की गोद में डाल दिया था। जैसे ही मूसा आतंकी संगठन से जुड़ा तो उसने रफीक भट्ट को अपने साथ मिला लिया। सूत्रों की मानें तो कुछ समय पहले घाटी में रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के जालंधर में पढ़ाई कर रहा रफीक भट्ट जेएंडके के लिए रवाना हुआ था। वह पहले चंडीगढ़ रहते अपने दोस्त के पास रुका और कुछ समय रूकने के बाद वह चंडीगढ़ से बाय एयर जेएंडके चला गया। शादी समारोह से वापिस आने के लिए वह गाड़ी में जालंधर आया। 

बताया जा रहा है कि पठानकोट के आगे उसे किसी ने विस्फोटक सामग्री थमाई जिसे लेकर वह जालंधर आ गया। इससे पहले कुछ विस्फोटक सामग्री जाहिद गुलजार धारीवाल से लेकर सीटी इंस्टीट्यूशन में रख चुका है। जबकि कुछ विस्फोटक सामग्री रफीक  भट्ट लेकर आया था। पुलिस ने पहले ही दिन सीटी इंस्टीट्यूशन को होस्टल के रूम से सारी विस्फोटक सामग्री बरामद कर ली थी। रफीक भट्ट की पूछताछ में जब यह सामने आया तो चंडीगढ़ पुलिस ने वहां रहते रफीक भठ्ठ के दोस्त को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। 

रफीक ने बदला बयान, बोला मानावालां के पास से ली थी एके-57
रविवार को गिरफतार आतंकी रफीक भट्ट ने अपना बयान बदल लिया। अब रफीक भठ्ठ ने बोला कि उसने अमृतसर से पहले आने वाले मानावालां से एके-57 ली थी। उसे एक युवक एके-57 थमा गया था लेकिन उसे युवक के बारे कुछ पता नहीं। एके-57 एक बैग में थी। इससे पहले जाहिद गुलजार ने दावा किया था कि एके-57 तरनतारन के पुल के नीचे से ली थी। आतंकियों से अलग-अलग करके की गई पूछताछ में अब रफीक ने यह बयान दिया है। पुलिस अब मानावालां के पास से टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जिस समय एके-57 की डिलवरी हुई उस समय कौन - कौन से वाहन टोल प्लाजा से निकले, उसकी जांच की जाएगी। 

कॉल डिटेल से लिंक निकाल कर 200 लोगों से पूछताछ कर चुकी पुलिस
आतंकियों के मोबाइल डिटेल निकालने के बाद पुलिस कुछ ही दिनों में 200 के करीब लोगों को पूछताछ में शामिल कर चुकी है। वहीं विरदी कालोनी से उठाए युवकों से भी पूछताछ की जा रही है। यह युवक रफीक भट्ट के पिता के संर्पक में थे। फिलहाल पुलिस अभी इन युवकों के बारे कुछ भी बोलने से इंकार कर रही है। उधर आतंकियों को नशा बेचने वाली हिरासत में ली अशोक विहार की रहने वाली महिला के बारे भी पुलिस कुछ बताने को इंकार कर रही है। हालांकि पुलिस ने पुष्टि की है कि इस महिला ने किसी भी तरह से इन आतंकियों को आर्थिक मदद नहीं की। 


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Pardeep

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