राफेल पर BJP अध्यक्ष की टिप्पणी अज्ञानतापूर्ण: अग्निहोत्री

punjabkesari.in Sunday, Oct 14, 2018 - 11:55 AM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की राफेल पर टिप्पणी को अज्ञानतापूर्ण करार दिया है। मुकेश ने यहां जारी बयान में कहा कि राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाने वाले हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष को यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सच पता है तो वह सामने लाएं। राफेल की जानकारी भाजपा के नेताओं को नहीं है और दूसरों को कोस रहे हैं। अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष बताएं कि अनिल अम्बानी के साथ ऐसा क्या प्यार है कि सरकारी कंपनी को छोड़कर के निजी व्यवसायी को राफेल खरीदने का ठेका दिया गया है। करोड़ों का घोटाला इसमें हो रहा है और इसकी कीमत नहीं बताई जा रही है। 

126 राफेल भारतीय सेना ने मांगे थे, लेकिन केवल 26 का समझौता किया जा रहा है। यह बहुत बड़ा घोटाला है, जिसमें प्रधानमंत्री की चुप्पी साफ जाहिर करती है कि दाल में काला है। अग्निहोत्री ने जनमंच के राजनीतिकरण के बाद अब इसके केसरियाकरण करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मंडलों के साथ जनमंच से पहले बैठकें करने के निर्देश प्रशासन को दिए जा रहे हैं। प्रशासन का भगवाकरण करने की नीति पर सरकार चली हुई है, जोकि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि जनमंच कार्यक्रम जनता की समस्याओं के समाधान से अधिक मंत्रियों के स्वागत समारोह किए जा रहे हैं। 

सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। अधिकारी कार्यालयों में काम नहीं करते और छोटे-छोटे कार्यों के लिए जनमंच में जाने का दबाव बनाया जा रहा है, ताकि शिकायतों का आंकड़ा बढ़ाया जा सके। नेता विपक्ष ने कहा कि ऐसे आयोजनों के बहाने धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। एक तरफ आर्थिक तंगी है तो दूसरी तरफ जनमंच पर फिजूलखर्ची की जा रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार 5 माह में हुए जनमंच कार्यक्रमों का हिसाब दे कि कहां कितना खर्च हुआ है? 

पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
मुकेश अग्निहोत्री ने रायपुर सहोड़ा के लापता युवक की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की ग्रामीणों की जांच की मांग करने वाले कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा को भी जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस प्रशासन के ऐसे कदमों को सहन नहीं करेगी। ग्रामीणों की बजाय पुलिस स्वयं पर मामला दर्ज करे, क्योंकि पुलिस ने ही मामले की जांच सही तरीके से नहीं की है। 

उन्होंने कहा कि नरेश उर्फ सुमित का शव जिन परिस्थितियों में मिला है, वह अपने आप में प्रश्नचिन्ह पैदा करता है और ऊपर से पुलिस का लापरवाहीपूर्ण रवैया लोगों में रोष का कारण बना है। पुलिस अगर समय रहते कार्रवाई करती तो शायद अनहोनी से बचा जा सकता था। अग्निहोत्री ने कहा कि इस मामले में त्वरित एवं निष्पक्ष कार्रवाई होनी चाहिए और पूरे मामले के पीछे क्या सच है, उसको सामने लाया जाना चाहिए। पुलिस को गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करने से बचना चाहिए।


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Ekta

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