क्या अमृतसर की पुलिस करण मस्ती के सरेंडर होने का कर रही है इंतजार?

punjabkesari.in Saturday, Oct 13, 2018 - 09:19 PM (IST)

अमृतसर(बौबी): अमृतसर की पुलिस क्या करण मस्ती वे उसकी गैंग के सदस्यों का इंतजार कर रही है कि कब वह आकर सरेंडर करें और उसकी गिरफ्तारी डालकर चरसती अटारी गुरु बाजार में हुई सोने की लूट की फाइल बंद की जा सके। आज एक महीना बीत जाने के बाद भी गुरु बाजार में हुई लूट का कोई भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा।

इस लूट कांड में पुलिस की इतनी किरकिरी हो रही है। मामला मुख्यमंत्री दरबार व डीजीपी तक पहुंचने के बाद भी पुलिस आरोपियों को पकडऩे में नाकामयाब रही है। आरोपियों का अभी तक ना पकड़ा जाना। पुलिस की भूमिका पर जहां सवालिया निशान है। वहीं गुरु बाजार में सोने का काम करने वाले व्यापारियों में भय का माहौल अभी तक बना हुआ है। क्योंकि इन गैंगस्टर के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं। तीन बड़ी वारदातें करने के बाद भी वह खुलेआम घूम रहे है व पुलिस आश्वासन देने के अलावा और कुछ नहीं कर पा रही। लूट की वारदात होने के बाद अब तक सोने का काम करने वाले व्यापारी अपनी दुकानों पर बैठकर काम नहीं कर पा रहे क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि ना जाने कब फिर अपराधी एक और बड़ी वारदात ना कर दें क्योंकि ऐसा पहले भी हो चुका है। एक के बाद एक उन्होंने तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है।

ज्ञात रहे कि गुरु बाजार प्रेम कुमार एंड संस प्राइवेट लिमिटेड में हुई डकैती से पहले इन्हीं गैंगस्टर द्वारा मराठा ज्वेलरी पर 45 लाख रुपए की लूट को अंजाम दिया गया और उसके बाद वार्ड नंबर 50 के कांग्रेस के पार्षद गुरदीप सिंह पहलवान को गोल बाग स्टेडियम के बाहर सरेआम गोलियों से भून दिया गया। अगर पुलिस ने इन सभी आरोपियों को पकड़ लिया होता तो शायद इतनी बड़ी डकैती को अंजाम ना दे पाते क्या पुलिस अब किसी और बड़ी डकैती या हत्या होने का इंतजार कर रही है। अमृतसर के टोयोटा के शोरूम के बाहर ट्रक से उतारी जा रही नई इनोवा गाड़ी को पिस्तौल की नोक पर भगा कर ले जाने वाले आरोपियों को बटाला पुलिस ने पकड़ कर साबित कर दिया है। कोई भी अपराधी किसी भी वारदात को अंजाम देने के बाद बटाला जिला से निकल नहीं सकता। 

अमृतसर में अपराधियों द्वारा खुलेआम गाड़ी छीनने की वारदात करना यह साबित करता है कि लुटेरों को अमृतसर पुलिस का भय नहीं है। अमृतसर में तीन हुई बड़ी वारदातों जिसमें मराठा ज्वेलरी कांड पार्षद गुरदीप सिंह पहलवान की हत्या व प्रेम कुमार एंड संस प्राइवेट लिमिटेड की दुकान मे ढाका पढऩा इस बात का परिणाम है। गैंगस्टार पुलिस पर अपना दबाव बना चुके हैं। इन सभी केसों की किसी भी पुलिस अफसर के साथ बातचीत की जाए जो वह कोई ठोस जवाब नहीं देते और यह कहकर मुस्कुराकर टाल देते है। पुलिस अपना काम कर रही है मगर अभी तक इसका परिणाम शून्य दिखाई दे रहा है।


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Vaneet

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