IL&FS के नए निदेशक मंडल का खर्च घटाने पर जोर

punjabkesari.in Saturday, Oct 13, 2018 - 10:20 AM (IST)

नई दिल्लीः नकदी संकट से जूझ रही इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेस (आईएलएफएस) के नवगठित निदेशक मंडल का जोर कंपनी का खर्च घटाने पर है। निदेशक मंडल ने शुक्रवार को अपनी दूसरी बैठक में निजी और परिचालन खर्च कम करने के कदम उठाने की बात कही।

कंपनी द्वारा जारी बयान के मुताबिक उदय कोटक की अध्यक्षता वाले सात सदस्यीय निदेशक मंडल ने कंपनी की आठ अनुषंगियों के नामित निदेशकों को भी नियुक्ति की। साथ ही आगे किस तरह से काम करना है उस पर विस्तृत चर्चा भी की। बयान में कहा गया है, ‘‘निदेशक मंडल ने निजी और परिचालन व्यय में मितव्ययिता अपनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।’’ कंपनी और उसकी अनुषंगी कंपनियों ने ऋण की किस्तें चुकाने में कई बार चूक की। कंपनी को तत्काल 3,000 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश की जरूरत है और वह 4,500 करोड़ रुपए राइट्स इश्यू लाने की भी योजना बना रही है। कंपनी पर मार्च 2018 तक 91,000 करोड़ रुपए का बैंकों और अन्य ऋण दाताओं का बकाया है। एक अक्टूबर को सरकार ने आईएलएफएस के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था और कोटक की अध्यक्षता में नए निदेशक मंडल का गठन किया।

बैंक ने मौजूदा निदेशक मंडल के सदस्यों में से ही अनुषंगी कंपनियों के नामित निदेशक नियुक्त किए हैं। आईएएस अधिकारी और नौवहन महानिदेशक मालिनी शंकर, विनीत नैयर और ऑडिटर नंद किशोर को आईएलएफएस फाइनेंशियल सर्विसेस में नामित निदेशक बनाए गए है। आईएलएफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क्स में विनीत नैय्यर और ऑडिटर सी.एस. राजन को नामित किया गया है। किशोर आईएलएफएस एनवायरमेंटल एंड सविर्सेस और आईएलएफएस टेक्नोलॉजीस में भी नामित निदेशक होंगे। आईएलएफएस एनर्जी डेवलपमेंट में नैय्यर और आईसीआईसीआई बैंक के गैर-कार्यकारी चेयरमैन जी. सी. चतुर्वेदी नामित निदेशक होंगे। 


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Supreet Kaur

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