टीनएज Girls की 3 समस्याओं का मां के पास ही है समाधान

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 03:14 PM (IST)

बच्चे मां-बाप की जिम्मेदारी होते हैं। जब बच्चे किशोरावस्था में आतें हैं तो उन्हें देखभाल के साथ-साथ अच्छे दोस्त की भी जरूरत होती है। टीनएज लड़कियां इस कमी को बहुत ज्यादा महसूस करती हैं। उम्र के इस पड़ाव में कई तरह के शारीरिक व मानसिक बदलाव शुरू हो जाते हैं। मन में कई जिज्ञासाएं पैदा हो जाती हैं, उसके मन में उठते सवालों के लिए एक मां सबसे महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अपने जीवन के अनुभवों को अपनी बेटी के साथ बांटकर उसकी समस्याएं दूर कर सकती हैं। 


1. बॉडी इमेज
टीनएज में हॉर्मोंस में तेजी से बदलाव आता है। जिससे लड़कियों की बॉडी शेप पर बहुत असर पड़ता है। बॉडी इमेंज इस उम्र में सबसे बड़ी परेशानी है, बेटी की इस समस्या को सुलझाने में उसकी मदद करें। पिंपल,मोटापा,कमजोरी, बालों का रूखापन,स्किन में आए बदलाव के लिए उसे ताने देकर निराश न करें बल्की एक सहेली की तरह उसे राय दें। 

समाधान 
बेटी की ड्रेसेज में अपनी राय और उसकी पसंद को शामिल करें। शारीरिक बदलाव के लिए उसकी डाइट पर ध्यान दें। हेल्दी लाइस्टाइल के जरिए इस तरह की परेशानियां दूर की जा सकती हैं। 
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2. पीरियड्स
मासिक धर्म की शुरुआत में लड़कियों के मन में कई तरह की गलत धारणाएं और बहुत तरह के प्रशन विकसित होने लगते हैं। यह उसके जीवन में आने वाला बहुत बड़ा बदलाव है। मां की जिम्मेदारी बनती है कि इसे बिना झिझक पूरी जानकारी दे। 

समाधान
बेटी को सबसे पहले यह समझाएं कि पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है। जिससे हर लड़की गुजरती है। उसे सिखाएं कि किस तरह वह इस दिनों हाइजीन रह सकती है। 
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3. डेटिंग
इस समय युवाओं का विपरीत सेक्‍स के प्रति आकर्षण बढ़ता है। लड़कों से दोस्ती करना,उनके साथ घूमना-फिरना उन्हें अच्छा लगता है। यह बदलाव दुविधा भरा तो है लेकिन मां अपनी समझदारी से उसका मार्गदर्शन कर सकती है। 

समाधान
मां बेटी को समझा सकती है कि लड़कों से दोस्ती भले ही गलत बात नहीं लेकिन उसे खुद का बचाव रखना चाहिए। किस तरह से वे दोस्ती को शारीरिक संबंधों से दूर रख सकती है। उन्‍हें सेक्‍स एजुकेशन देने में हिचकिचाएं नहीं। 
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Content Writer

Priya verma

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