वायरल फीवर में फायदेमंद है तुलसी-लौंग का पानी, जानिए कुछ और देसी इलाज

punjabkesari.in Wednesday, Oct 10, 2018 - 07:02 PM (IST)

वायरल फीवर के कारण : मौसम में आए बदलाव का प्रभाव हमारे इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है। तापमान में कमी या बढ़ौतरी से प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है, जिस कारण वायरस शरीर को बहुत जल्दी संक्रमित करता है। वायरल फीवर बदलते मौसम का ही परिणाम है। वायरल फीवर के लक्षण आम बुखार की तरह ही होते हैं मगर इसको नजर अंदाज करने पर बीमारी बिगड़ भी सकती है। 

 

वायरल फीवर के लक्षण (Symptoms of Viral Fever)


इस फीवर में सबसे पहले गला खराब, गला और बदन दर्द,थकान, खांसी और बाद में तेज बुखार हो जाता है। शुरुआत में ही इसका इलाज करवाने से जल्दी आराम मिलता है। 

1. आंखें लाल होना
2. तेज बुखार
3. खांसी और जुकाम 
4. जोड़ों में दर्द और सूजन 
5. थकान
6. नाक बहना 
7. बदन दर्द होना
8. भूख न लगना
9. कमजोरी महसूस होना
10.सिरदर्द होना

वायरल फीवर के घरेलू उपाय (Viral Fever Treatment)

 

हल्दी और सौंठ 

हल्दी और सौंठ के एंटीसेप्टिक गुण बुखार में बहुत लाभकारी हैं। काली मिर्च आधा छोटा चम्मच, एक चौथाई चम्मच हल्दी, चुटकी भर सौंठ और एक चम्मच चीनी को 1 गिलास पानी में डाल कर उबालें। पानी आधा रह जाने पर दिन में 2 से 3 बार पीएं। 


PunjabKesari

तुलसी और लौंग

1 लौंग का चूर्ण और 5 तुलसी के पत्ते को एक लीटर पानी में डाल कर उबालें। इस छान कर 2-2 घंटे बाद पीने से फायदा मिलेगा। 

धनिया की चाय

वायरल फीवर होने पर धनिया की चाय बनाकर पीएं। इससे जल्दी आराम मिलेगा।

मेथी का पानी

रात को थोडे से मेथी के दाने 1 कप में भिगों दें और सुबह इसे छानकर पिएं, जल्द आराम मिलेगा।

राइस स्टार्च

उपचार का यह तरीका बहुत पुराना है। यह शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने में बहुत मदद करता है। इससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे वायरल फीवर से बाहर निकलने में मदद मिलती है।


PunjabKesari

नींबू और शहद

शहद और नींबू का रस का सेवन भी लाभकारी है। इससे गले की इंफेक्शन बहुत जल्द ठीक होगी। 


ध्यान में रखें ये बात


किसी भी घरेलू नुस्खे को अपनाने के लिए डॉक्टरी सलाह जरूर लें। किसी तरह का साइड इफेक्ट देखें तो घरेलू नुस्खा अपनाना बंद कर दें। 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Priya verma

Recommended News

Related News

static