Kundli Tv- हरा ‘स्वर्ग’ इगतपुरी, पर्यटन के साथ लें अध्यात्म का आनंद

punjabkesari.in Saturday, Sep 29, 2018 - 01:35 PM (IST)

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इगतपुरी सहयाद्रि पर्वतमाला से घिरा हुआ एक अनोखा हिल स्टेशन है, जो महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है। यह पहाड़ी क्षेत्र पर्यटकों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां का मौसम वर्ष भर सुहावना और स्वास्थ्यप्रद रहता है। मानसून के दिनों में दूध जैसे सफेद झरनों के कारण यहां का दृश्य देखते ही बनता है। पर्यटक यहां ट्रैकिंग और रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते हैं।


1,900 फुट की ऊंचाई पर, निर्मल झरनों और घने जंगलों के कारण इगतपुरी की खूबसूरती देखते ही बनती है। यहां की वायु बहुत निर्मल है। यहां आने वाले यात्री भाग-दौड़ भरी जिंदगी के तनाव से मुक्त हो जाते हैं।


इगतपुरी में पर्यटकों के लिए कई आकर्षक और मनोरम स्थल हैं। इगतपुरी का मौसम साल भर सुहावना और स्वास्थ्यप्रद रहता है। खासकर मानसून के समय इगतपुरी एक हरे स्वर्ग में बदल जाता है, जहां दूध जैसे सफेद झरनों के कारण यहां का दृश्य देखते ही बनता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां अनेक प्रकार के पेड़-पौधे और पक्षियों की प्रजातियां हैं। यहां ट्रैकिंग के लिए भी अनेक स्थल हैं।


त्रिंगलवाड़ी किला: इगतपुरी में स्थित ऐतिहासिक त्रिंगलवाड़ी किला वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। समुद्रतल से 3000 फुट ऊपर बने इस शाही किले से नीचे बसा पूरा इगतपुरी शहर और सहयाद्रि पर्वतमाला का अद्भुत एवं मनभावन नजारा देखा जा सकता है। इस किले तक जाने का रास्ता आसान नहीं है। किले के परिसर में हनुमान जी की एक विशाल मूर्ति है जो इस जगह के प्राचीन महत्व को बढ़ा देती है।

त्रिंगलवाड़ी झील: झीलों के स्वर्ग, इगतपुरी में त्रिंगलवाड़ी झील है। झील के किनारे अपने परिवार के साथ एक शाम बिताने के लिए यह बहुत अच्छी जगह है। इस झील के पास ही स्थित भव्य किले का मनभावन नजारा और विशाल पर्वतों से घिरी पूरी इगतपुरी दिखाई देती है। त्रिंगलवाड़ी झील खास तौर पर मानसून में देखने लायक होती है।


भातसा नदी घाटी: भातसा नदी घाटी, एक अन्य ऐसा स्थान है, जहां शांति से कुछ पल बिताए जा सकते हैं। यहां चारों ओर फैली हरियाली और खूबसूरत पहाडिय़ों का नजारा देखने को मिलता है। निर्मल और प्रदूषण रहित हवा बहुत सुकून पहुंचाती है।


घाटनदेवी मंदिर: घाटनदेवी मंदिर, एक प्राचीन मंदिर है जो घटा देवी को समर्पित है। यह छोटा-सा तीर्थ आस्था और विश्वास को संजोए हुए है। स्थानीय लोगों का मानना है कि घटा देवी, घाटों की रक्षक है। पश्चिमी घाटों पर स्थित उत्वाद, हरिहर और दुर्वर पर्वत यहां से देखने पर बहुत सुंदर लगते हैं।


कैमल घाटी: कैमल घाटी, इगतपुरी में भातसा नदी घाटी के पास है। यहां सुंदर झरना पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। इस झरने का पानी 1000 फुट की ऊंचाई से गिरता है। इस जगह की खूबसूरती देखने के लिए मानसून सबसे अच्छा मौसम है। यहां पर्यटक रिवर राफ्टिंग और रिवर क्रासिंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।


वैतरणा बांध: वैतरणा नदी पर बना वैतरणा बांध शहर के लिए न केवल पानी का स्रोत है, बल्कि घूमने के लिए भी एक अच्छी जगह भी है। खूबसूरत वैतरणा बांध से शानदार पश्चिमी घाटों का सुंदर नजारा देखने को मिलता है। 1950 में बने इस बांध के साथ ही भारत में कंकरीट से बने बांधों का चलन शुरू हुआ। इस बांध के परिसर में स्थित सुंदर लैगून इसकी प्रकृतिक सुंदरता को बढ़ा देता है। यह बांध मुम्बई का प्राथमिक जलस्रोत है।


वालावलकर शिवाजी संग्रहालय: वालावलकर शिवाजी संग्रहालय एक विशाल संग्रहालय है जो छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को दर्शाता है। यहां विभिन्न तस्वीरों और मूर्तियों के द्वारा शिवाजी के जीवन कथा को चित्रित किया गया है।


कैसे पहुंचें?
हवाई यात्रा पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए लगभग 140 कि.मी. दूर मुम्बई का ‘छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा’ सबसे निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। भारत से ही आने वाले अन्य पर्यटकों के लिए सबसे निकट नासिक का घरेलू हवाई अड्डा है। महाराष्ट्र तथा दूसरे राज्यों के शहरों से यहां आने के लिए नियमित रेलगाडिय़ां उपलब्ध हैं। स्थानीय रेलगाडिय़ां केवल कसार तक ही जाती हैं, जहां से पहाड़ी तक जाने के लिए बस से यात्रा करनी होती है या फिर शुरू में ही लम्बे मार्ग की बस ले सकते हैं। सड़क मार्ग से आने के लिए यात्री अपनी स्वयं की गाड़ी से सुंदर घाटों से होते हुए इस जगह पहुंच सकते हैं या फिर अपने शहर से बस द्वारा आ सकते हैं।
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Niyati Bhandari

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