हिमाचल में बढ़ा बस किराया आम यात्री से लेकर लग्जरी में सफर करने वालों की जेब करेगा ढीली

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 01:28 PM (IST)

धर्मशाला (सौरभ सूद): प्रदेश में 5 साल बाद बढ़ा बस किराया आम यात्री से लेकर लग्जरी बसों में सफर करने वालों की जेब ढीली करेगा। सूबे में पहले ही देश के अन्य राज्यों के मुकाबले प्रति किलोमीटर किराए की दर सर्वाधिक है। अब सरकार ने 24 फीसदी तक किराया बढ़ौतरी करके पहले ही पैट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों की मार झेल रही आम जनता की कमर तोड़ दी है। लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को 50 से लेकर अनुमानित 90 रुपए तक अधिक किराया चुकाना पड़ेगा। वहीं न्यूनतम किराया 100 फीसदी बढ़ाकर 6 रुपए करके सरकार ने आसपास के इलाकों में यात्रा करने वालों को झटका दिया है। वोल्वो बसों में दिल्ली, एन.सी.आर., चंडीगढ़, कटड़ा व हरिद्वार सहित अन्य राज्यों में जाने वाले यात्रियों पर किराया बढ़ौतरी की सबसे अधिक मार पड़ी है जिन्हें करीब 200 से 250 रुपए अधिक चुकाने पड़ेंगे। हालांकि सरकारी अधिसूचना जारी होने के बाद ही बस किराए की नई दरें सामने आएंगी। 

सूबे में बीते 9 साल में तीसरी बार बस किराए में वृद्धि की गई है। वर्ष 2005 में प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में प्रति किलोमीटर बस किराया 74 पैसे और मैदानी इलाकों में 47.50 पैसे था जोकि 2013 में बढ़ाकर क्रमश: 1.45 रुपए और 90 पैसे किया गया था। ताजा किराया बढ़ौतरी से छात्रों और नौकरीपेशा वर्ग पर सबसे अधिक बोझ पड़ेगा। खास बात यह है कि प्रदेश के भीतर विभिन्न स्थानों के लिए बस यात्रा अधिक महंगी होगी जबकि पड़ोसी राज्यों से सटे इलाकों जैसे ऊना, नालागढ़, बद्दी, बरोटीवाला व पठानकोट से सटे डमटाल, इंदौरा व कंडवाल आदि इलाकों में बस का सफर कुछ सस्ता रहेगा, जहां मैदानी इलाकों के अनुरूप किराया वसूला जाता है।

वोल्वो बसों में ये होंगी दरें 
शिमला से दिल्ली पहले 907 और अब 963 रुपए चुकाने होंगे। इसके साथ ही शिमला से चंडीगढ़ 360 से 416 व शिमला से मनाली के पहले 541 और अब 671 रुपए चुकाने होंगे। इसी तरह शिमला से धर्मशाला के जहां पहले 514 रुपए वसूल किए जाते थे, वहीं अब 664 रुपए चुकाने पडेंगे। इसी तरह शिमला से कटड़ा के जहां पहले 1,349 रुपए चुकाने पड़ते थे, वहीं अब 1,406 रुपए चुकाने होंगे।

किराया वृद्धि तर्कसंगत नहीं, कुछ लोग खुश किए : बाली
पूर्व परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने कहा कि बस किराए में 24 फीसदी तक बढ़ौतरी तर्कसंगत नहीं है। सरकार ने कुछ लोगों को खुश करने के लिए यह आसान रास्ता अपनाया जबकि सरकार के पास और भी कई विकल्प थे। सरकार डीजल पर वैट कम कर सकती थी। यदि बढ़ौतरी करनी थी तो 10 फीसदी तक की जाती। सरकार के इस फैसले से आम आदमी प्रभावित होगा। सरकार फिक्स किराए की बसें चलाकर और नई योजना के जरिए आम जनता को किराए में छूट दे।

इधर बढ़ा किराया वसूलना भी शुरू
हमीरपुर : बसों का किराया बढ़ाने संबंधी निर्णय लागू करने के बारे में अभी तक किसी नोटिफिकेशन के बिना ही प्रदेश के विभिन्न भागों में निजी बस आप्रेटर्ज ने मंगलवार से ही यात्रियों से किराया नई दरों के अनुसार वसूलना शुरू कर दिया है। हमीरपुर से सफर करने वाले लोगों को भी बिना आधिकारिक घोषणा के अधिक किराया देकर सफर करना पड़ा। 

उत्तरी राज्यों में सर्वाधिक बस किराया
समूचे उत्तर भारत के राज्यों की बात की जाए तो हिमाचल में बस का सफर सबसे महंगा है। वर्तमान में पंजाब में अधिकतम प्रति किलोमीटर किराया 1,10 रुपए, उत्तराखंड में 1.72 रुपए, जम्मू-कश्मीर में 1.33 रुपए और  हरियाणा में 85 पैसे से लेकर 1 रुपए प्रति किलोमीटर तक है।

रेल का सफर देगा राहत
बस किराया बढ़ौतरी के बाद रेल आम आदमी का और अधिक सहारा बनेगी क्योंकि रेल में बस की अपेक्षा किराया काफी कम है। खासकर कांगड़ा घाटी रेल में किराया कम होने के कारण बड़ी संख्या में लोग सफर करते हैं। कांगड़ा जिला के अधिकतर इलाकों से पठानकोट का किराया 15 से 35 रुपए के बीच है जबकि बढ़ौतरी के बाद बस में यही किराया 170 से 200 रुपए तक हो जाएगा। अब बरसात के कारण  3 माह से बंद पड़ी कांगड़ा घाटी रेल बहाली का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहेगा।


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Ekta

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