BJP के पास ही रहेगी नालागढ़ के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 02:49 PM (IST)

बी.बी.एन.: पंचायत समिति नालागढ़ के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी को लेकर भाजपा ने बाजी मार ली है। मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आयोजित बैठक में एक भी सदस्य नहीं पहुंचा और अविश्वास प्रस्ताव विफल रहा। अध्यक्ष पद पर गुरबख्श सिंह व उपाध्यक्ष पद पर प्यारो देवी ही काबिज रहेंगे जोकि दोनों भाजपा समर्थित हैं। अविश्वास प्रस्ताव विफल होने से जहां भाजपा जिलाध्यक्ष के.एल. ठाकुर व दून के विधायक परमजीत पम्मी की मेहनत रंग ला गई, वहीं नालागढ़-दून विस क्षेत्रों की कांग्रेस व नालागढ़ के विधायक लखविंद्र राणा को करारा झटका लगा है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आयोजित बैठक में तो कोई सदस्य नहीं पहुंचा लेकिन कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने जिला पंचायत अधिकारी को यह प्रार्थना पत्र दिया कि सड़कें खराब होने के कारण सदस्य नहीं आ पाए, इसलिए बैठक दोबारा रखी जाए।

एक सदस्य को हाइजैक करने पर हुई थी हाथापाई
बता दें कि सोमवार को एक सदस्य को हाइजैक करने के मामले को लेकर भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में बात हाथापाई तक पहुंच गई थी। मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था। जिला पंचायत अधिकारी सोलन सतीश अग्रवाल ने कहा कि पंचायत समिति नालागढ़ के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के विरुद्ध पंचायत समिति के 39 निर्वाचित सदस्यों में से 25 पंचायत समिति सदस्यों का अविश्वास प्रस्ताव उन्हें प्राप्त हुआ था। इस संदर्भ में 25 सितम्बर को पंचायत समिति की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें 11 से दोपहर बाद एक बजे तक कोई भी सदस्य उपस्थित नहीं हुआ। कोरम पूरा न होने के कारण बैठक विघटित हो गई तथा अविश्वास प्रस्ताव विफल रहा।

सड़कें बंद होने का बना दिया बहाना
नालागढ़ के पूर्व विधायक के.एल. ठाकुर ने कहा कि कांग्रेसी नेता पंचायत समिति सदस्यों को गुमराह कर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पद हथियाना चाहते थे लेकिन 25 से ज्यादा सदस्य भाजपा के साथ हैं और भाजपा के ही साथ रहेंगे। कांग्रेसियों ने महिला सदस्य को भी जबरदस्ती गाड़ी से उतारने की कोशिश की जोकि निंदनीय है। कांग्रेस के पास जब सदस्य पूरे नहीं हुए, तो सड़कें बंद होने के बहाना बना दिया जोकि गलत है। दून के विधायक परमजीत पम्मी ने कहा कि कांग्रेसियों ने गलत हथकंडे अपनाकर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पद हथियाने की कोशिश की लेकिन अविश्वास प्रस्ताव विफल हो गया।

बैठक दोबारा नहीं रखी तो जाएंगे कोर्ट
नालागढ़ के विधायक लखविंद्र राणा ने कहा कि भाजपाई सत्ता के नशे में चूर है और अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्यों को धमकाया गया। सरेआम सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया और अधिकारियों ने भी कांग्रेस समर्थित सदस्यों की एक नहीं सुनीं। अविश्वास प्रस्ताव डालने वाले 25 में से 23 सदस्य एकजुट हैं लेकिन सड़कें बंद होने के कारण कई सदस्य नालागढ़ नहीं आ पाए। कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने जिला पंचायत अधिकारी को लिखित पत्र दिया है कि सड़कें बंद होने के कारण वे नहीं पहुंच पाए और बैठक दोबारा रखी जाए। अगर बैठक दोबारा नहीं रखी गई तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।


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Vijay

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