नगर निगम की देनदारी 50 करोड़, वेतन देने के पड़े हैं लाले

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 11:31 AM (IST)

जालंधर(खुराना): निगम प्रशासन ने ठेकेदारों व अन्य देनदारों का करीब 50 करोड़ रुपया देना है और पिछले कई महीनों से निगम कर्मियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा। शहर के तमाम विकास कार्य पैसों की तंगी के कारण ठप्प पड़े हैं और ठेकेदारों ने टैंडर तक लेने का बायकाट कर रखा है। ऐसी स्थिति में भी निगम प्रशासन लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने हेतु 42 लाख रुपए खर्च करने जा रहा है, जिससे लगता है कि निगम के सामने कोई आर्थिक संकट नहीं है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की ओर से 2 अक्तूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसमें एक भाग में लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना भी है, जिसके तहत निगम कुछ जागरूकता इवैंट करने जा रहा है। बैज व कैप बनाने, पब्लिक अनाऊंसमैंट सिस्टम, टैंट, स्टेज, बैकड्राप, टी-शर्ट, रिफ्रैशमैंट, पेंट, बैनर, ब्रोशर, विज्ञापनबाजी तथा पुरस्कारों इत्यादि पर निगम ने कुल 42.32 लाख रुपए खर्च करने का एस्टीमेट बनाया है जिसे 28 सितम्बर को होने जा रही पार्षद हाऊस की बैठक में पास करवाया जाएगा।

6 लाख की टी-शर्ट बांटेगा निगम
स्वच्छ भारत जागरूकता अभियान में जो राशि रखी है, सबसे ज्यादा 10.20 लाख की राशि 2 अक्तूबर को होने जा रही साइकिल रैली पर खर्च की जाएगी, जिस दौरान निगम 3000 लोगों को टी-शर्ट बांटने पर 6 लाख रुपए खर्च करेगा। 4000 लोगों के खाने पर 2 लाख खर्च आएंगे और 2 लाख रुपए टैंट, स्टेज व साऊंड पर खर्च हो जाएंगे। बैकड्राप पर 20,000 खर्च आएगा। स्वच्छ भारत के नाम पर इतने पैसे खर्चे जाने के मामले पर आज पार्षदों में चर्चा रही कि यह कार्य शहर की प्रमुख संस्थाओं व एन.जी.ओ. के सहयोग से बहुत थोड़े पैसे खर्च करके भी किया जा सकता है।

परगट सहित सभी विधायकों के क्षेत्रों में लगेंगे कूड़े के प्लांट
विधायक परगट सिंह ने कुछ साल पहले जमशेर में लगने जा रहे कूड़े के प्लांट के विरोध में अपने राजनीतिक जीवन का दाव खेला था और अकाली दल को अलविदा कहने का कारण भी कूड़े का प्लांट ही बना था परन्तु अब कांग्रेस सरकार के राज में कांग्रेसी विधायक परगट सिंह सहित सभी विधायकों, जिनमें विधायक राजेन्द्र बेरी, बावा हैनरी व सुशील रिंकू शामिल हैं, के विधानसभा क्षेत्रों में नगर निगम कूड़े के प्लांट लगाने जा रहा है जिस बारे प्रस्ताव 28 सितम्बर को होने जा रही पार्षद हाऊस की बैठक में डाला गया है। प्रस्ताव के अनुसार चारों प्लांट 2-2 टन क्षमता के होंगे और इन चारों प्लांटों पर कुल 3.83 करोड़ रुपए खर्च आएंगे।

सोढल के स्टार्म वाटर पर अब 7 करोड़ खर्च आएंगे
पार्षद हाऊस के एजैंडे में सोढल रोड प्रीतनगर में बरसाती पानी की समस्या हेतु स्टार्म वाटर सीवर का एस्टीमेट डाला गया है, जो करीब 7 करोड़ का है और यह काम अमरूत योजना के तहत करवाया जाएगा।गौरतलब है कि पूर्व विधायक के.डी. भंडारी ने अपने कार्यकाल दौरान प्रीत नगर सोढल रोड स्टार्म वाटर सीवर प्रोजैक्ट करीब 4 करोड़ रुपए का बनवाया था परंतु कांग्रेसी विधायक बने बावा हैनरी ने इस प्रोजैक्ट को महंगा तथा गलत करार देते हुए इसे रोक दिया था। अब 7 करोड़ का यह प्रोजैक्ट किस रूप में और कब तक आता है, यह देखने वाली बात होगी।


इन स्थानों पर लगेंगे प्लांट
-नार्थ क्षेत्र : बल्र्टन पार्क डम्प स्थान
-कैंट क्षेत्र : अर्बन एस्टेट फेज-2, बंद डिस्पोजल
-वैस्ट क्षेत्र : अभी जगह निर्धारित नहीं
-सैंट्रल क्षेत्र : रामा मंडी क्षेत्र में
(वैस्ट क्षेत्र में कूड़े का प्लांट 120 फुट रोड पर प्रस्तावित था परंतु डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी के विरोध के कारण स्थान बदला जा सकता है।)


वरियाणा में भी बायोमाइनिंग प्लांट का रास्ता साफ
कांग्रेसी पार्षद लखबीर बाजवा तथा वरियाणा डम्प के आस-पास बसी रिहायशी कालोनियों के निवासियों के विरोध के बावजूद निगम प्रशासन वरियाणा डम्प पर बायोमाइङ्क्षनग प्लांट लगाने जा रहा है, जिस बारे प्रस्ताव हाऊस की बैठक में डाला गया है। डम्प पर जमा कूड़े में से एक लाख क्यूबिक मीटर कूड़े को प्रोसैस करने पर 10 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है।

पंचकूला की तर्ज पर बनेंगे अंडरग्राऊंड बिन
 पंचकूला व धर्मशाला इत्यादि शहरों में कूड़े हेतु अंडरग्राऊंड स्मार्ट बिन बने हुए हैं। ऐसे ही 4 बिन वाले 5 सैट शहर में बनाने का प्रस्ताव है जिन पर 1.60 करोड़ रुपए लागत आएगी। इससे खुले में पड़े कूड़े की समस्या पर कुछ अंकुश लगेगा।

पोर्टेबल टायलैट्स खरीदी जाएंगी
स्वच्छ भारत के तहत आए पैसों का उपयोग करने हेतु निगम अंदरुनी बाजारों हेतु पोर्टेबल टायलैट्स खरीदने पर विचार कर रहा है जिसमें सीट, वाश बेसिन व टंकी फिट होती है। 10 सीटों पर कुल 5 लाख रुपए खर्च आने का अनुमान है।

यूनियनों का विरोध दरकिनार
50 सफाई कर्मी और 160 सीवरमैन आऊटसोर्स पर रखेगा निगम
सांसद चौ. संतोख सिंह द्वारा पिछले दिनों ली गई बैठक में हुए फैसले के अनुरूप निगम हाऊस में प्रस्ताव आया है कि 50 सफाई कर्मचारी और 160 सीवरमैनों की भर्ती आऊटसोर्स आधार पर की जाए। गौरतलब है कि सांसद ने स्वीपिंग मशीन बंद होने के चलते उसके स्थान पर 50 सफाई कर्मी भर्ती करने को कहा था जिसका निगम यूनियनों ने कड़ा विरोध किया था। वहीं निगम अधिकारियों ने यूनियनों के विरोध को दरकिनार कर दिया है। 


हर घर के गेट पर पेंट होंगे यू.आई.डी. नम्बर
पार्षद हाऊस के एजैंडे के प्रस्ताव के मुताबिक शहर की 2.92 लाख प्रॉपर्टीज के गेट पर पेंट से यू.आई.डी. नम्बर लिखे जाएंगे जिन पर 132.93 लाख रुपए खर्च आएंगे। गौरतलब है कि निगम ने कई साल पहले जी.आई.एस. सर्वे करवाया था जिसके बाद हर प्रॉपर्टी को यू.आई.डी. नम्बर अलाट हो चुका है।


होर्डिंग कैप्टन के, खर्च निगम के जिम्मे
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह कुछ माह पहले जालंधर आए थे, जिसके दृष्टिगत निगम ने शहर में 10 होर्डिंग्स लगवाए थे। सैंट्रल टाऊन की सीमा आर्ट एंड साइनेज ने निगम को इन 10 होर्डिंग्स का 48,640 रुपए का बिल भेजा है, जो पार्षद हाऊस को रैफर हुआ है।
 


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