लाहौल घाटी में बर्फबारी में फंसे 300 सैलानी किए गए रेस्क्यू, कुल्लू को 30 करोड़ का राहत पैकेज

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 09:55 AM (IST)

कुल्लू: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र से हमने बाढ़ से हुए नुक्सान में राहत के लिए 200 करोड़ रुपए और मांगे हैं। यह राशि जल्द ही आ जाएगी। हिमाचल में इससे पहले बाढ़ से हुए नुक्सान से निपटने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 230 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। कुल्लू को मूसलाधार बारिश से हुए नुक्सान के लिए राहत पैकेज के तौर पर मुख्यमंत्री ने 30 करोड़ रुपए दिए। इस बीच लाहुल घाटी में अभी तक कुल 300 लोगों को रैस्क्यू किया गया। वायुसेना के हैलिकाप्टर द्वारा फंसे हुए लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है। घाटी में हालात अभी भी खराब है और बर्फबारी के कारण कई लोग फंसे हुए हैं। पटेसियों नामक स्थान से 7 लोगों को हैलिकाप्टर की मदद से सुरक्षित निकालकर भुंतर पहुंचाया गया है। बी.आर.ओ. की मदद से 95 लोगों को कोकसर से सुरक्षित रोहतांग टनल के रास्ते निकाला गया है।
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सरकार ने वायुसेना की मदद से फंसे हुए लोगों के लिए आज दिनभर फूड पैकेट्स गिराए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रशासन को लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करने की हिदायत दी थी। कुंजम पास में ट्रक भी बर्फ के बीच फंसे देखे गए हैं। इससे पूर्व मंगलवार सुबह बी.आर.ओ. की मदद से केलांग-सराई से 200 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। भुंतर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हैलीकॉप्टर में उड़ान भरी और कुल्लू, मनाली व लाहौल-स्पीति का हवाई दौरा किया। इस दौरान वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और कृषि मंत्री डा. राम लाल मारकंडा भी उनके साथ रहे। डा. मारकं डा मुख्यमंत्री के आदेश पर लाहौल-स्पीति में रुककर राहत एवं बचाव कार्यों को लीड करने में लग गए हैं। 

बर्फ में फंसे हुए लोगों को एयर लिफ्ट करके कुल्लू व भुंतर लाया जा रहा है। एयर लिफ्ट किए जाने की प्रक्रिया के बीच जो लोग बर्फ के बीच में फंसे हुए हैं, उन्हें वहां से निकाल कर लाहौल-स्पीति में ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है तथा उनके रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है।  मुख्यमंत्री ने मंगलवार को भुंतर स्थित हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि दारचा में 300 से अधिक और कोकसर में 200 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है। अन्य क्षेत्रों में भी लोग फंसे हुए हैं और सभी का रैस्क्यू किया जा रहा है। छोटे हैलीकॉप्टर काम पर लग गए हैं और हमने गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से बात करके एक बड़ा हैलीकॉप्टर भी मांगा है। 

सेना यह हैलीकॉप्टर भेज रही है और इसे भी बर्फ में फंसे लोगों को रैस्क्यू करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कुल्लू जिला मुख्यालय से मनाली को जोडऩे के लिए प्रयास तेज किए जा रहे हैं और बिजली-पानी की सुविधा को री-इंस्टॉल करवाया जा रहा है। इसमें 3-4 दिन लग जाएंगे। भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में काफी नुक्सान हुआ है और इसमें कुल्लू, चम्बा व लाहौल-स्पीति ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सितम्बर माह में ही इतनी बर्फबारी की उम्मीद नहीं थी। ब्यास नदी के किनारे वाले स्थानों पर अधिक नुक्सान हुआ है। भारी बारिश से हुई तबाही का मंजर मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और डा. राम लाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री को दिखाया। मुख्यमंत्री साथ-साथ में अधिकारियों को निर्देश भी देते रहे। 


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