सतलुज दरिया के साथ लगते धुसी बांध की हालत खस्ता, पड़ी दरारें

punjabkesari.in Tuesday, Sep 25, 2018 - 05:55 PM (IST)

फिरोजपुर (कुमार, मनदीप): पूरे देश में पिछले करीब 3 दिनों से हो रही बारिश के बाद सभी दरियाओं में पानी का स्तर बढ़ रहा है।  पंजाब में भी लगातार हो रही बारिश के कारण जहां सभी शहर पानी से भरे पड़े हैं, वहीं पीछे से पानी का बहाव बढने के कारण सतलुज दरिया में भी पानी का स्तर ऊंचा हो रहा है। 

फिरोजपुर जिले में सतलुज दरिया के साथ लगते धुस्सी बांध की हालत बेहद खस्ता है।  जगह-जगह पर बांध में दरारें पड़ी हुई हैं और मिट्टी कम होने के कारण यह बांध पानी के बहाव को रोकने में असमर्थ है। बांध को देख कर ऐसा लगता है जैसे वर्षों से सरकार और विशेषकर सिंचाई विभाग ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। 

गांवों के  निवासी त्रिलोक सिंह, अमरीक सिंह, वसन सिंह और हरदेव सिंह आदि ने बताया कि अगर पानी का बहाव पीछे से ज्यादा आ जाता है तो फिरोजपुर व आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ को आने से रोका नहीं जा सकता। लोगों ने बताया कि सरकारें हर साल सिंचाई विभाग, पी.डब्ल्यू.डी. विभाग व अन्य कई विभागों को इन दिनों में करोड़ों रुपए का बाढ़ रिलीफ फंड देती हैं, ताकि बाढ़ को रोकने के लिए अमरजैंसी काम करवाए जाएं, मगर दुख की बात यह है कि उस फंड में से 30/40 प्रतिशत पैसा ही इन कामों पर लगाया जाता और बाकी सारे पैसे मिल बांटकर सभी लोग खा जाते हैं। 

इन किसानों ने कहा कि गत 10 वर्षों में सरकार द्वारा बाढ़ रिलीफ के लिए अमरजैंसी काम करवाने के लिए सिंचाई विभाग और पी.डब्ल्यू.डी. विभाग आदि को दी गई ग्रांटों की सी.बी.आई. जांच करवाई जाए तो करोड़ों रुपए के घोटालों का पर्दाफाश हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाढ़ को रोकने के लिए बनाए गए धुस्सी बांध पर वर्षों से मिट्टी नहीं डाली गई, जिस कारण जगह-जगह पर बांध में खड्डे बन गए हैं। लोगों ने बताया कि पानी के बहाव की दिशा को बदलने और बांध को बचाने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा बनाई गई नोचों की क्वालिटी ठीक न होने और सरकार की सिपैसीफिकेशन के अनुसार न होने के कारण नोचों में भी दरारें पडऩे लगी हैं। लोगों ने सिंचाई विभाग फिरोजपुर की अफसरशाही पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि जरूरत पडऩे पर कोई भी अधिकारी ठीक से बात नहीं करता। दरिया के पास बसे लोगों ने कहा कि सिंचाई विभाग के तैनात एस.डी.ओ., एक्सीयन व जे.ई. की तरफ से फोन करने पर उन्हें कोई जवाब नहीं दिया जाता और न ही ये अधिकारी ड्यूटी वाली जगह पर मिलते हैं।  

नहरों की कई वर्षों से नहीं हुई सफाई 
हुसैनीवाला बैड वक्र्स पर पानी को रोकने वाले गेट जलकुंभी बूटी के साथ भरे पड़े हैं और नहरों की भी वर्षों से सफाई नहीं की गई। सतलुज दरिया के साथ लगते गांवों में बसे लोगों ने बताया कि पाकिस्तान में भी पानी का बहाव बढ़ रहा है और अगर पीछे से पानी का बहाव एक दम तेज आ जाता है तो सतलुज दरिया के साथ लगते गांवों और फिरोजपुर के लोगों को बाढ़ से बचाना मुश्किल हो जाएगा और दूसरी तरफ फिरोजपुर में संभावी बाढ़ को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए। 

1988 में आई थी बाढ़
उधर, गांव कुंडे के डैनीयल, जिंदर, जीता, चिमन, पूर्ण और मंगल राणा ने कहा कि 1988 में भी इसी बांध को तोड़कर बाढ़ आई थी और कभी इस बांध को मजबूत करने की ओर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर जल्द इस बांध को मजबूत नहीं किया गया तो पानी का बहाव बढऩे से इसी बांध के रास्ते फिर से फिरोजपुर में बाढ़ आ सकती है। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अल्र्ट होने के बावजूद आज तक यहां कोई अधिकारी नहीं आया है।  


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