जज्बे को सलाम! 102 साल की एथलीट है पदक जीतने को बेताब
punjabkesari.in Tuesday, Sep 25, 2018 - 03:01 PM (IST)
उम्र चाहे कितनी भी हो अगर मन में कुछ करने की चाह हो तो राहें आसान हो जाती है। इसी जज्बें के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली 102 वर्षीय बुजुर्ग महिला एथलीट दुनिया के लिए मिसाल बनती जा रही है। चंडीगढ़ की रहने वाली मान कौर ने स्पेन में विश्व मास्टर्स में ट्रैक एवं फील्ड में स्वर्ण पदक जीता था। अब वह पोलैंड में होने वाली विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स इंडोर चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हैं। जिसमें पदक जीतने का इरादा है। वह दौड़ने के अलावा भाला भी फेंकती हैं।
अगली प्रतियोगिता के लिए कर रही है तैयारी
अपनी उपलब्धि के बारे में मान कौर का कहना है कि वे मरती दम तक दौड़ती रहेगी। स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब वह अगली प्रतियोगिता के लिए ट्रेनिंग ले रही है। इसके लिए वह रोजाना 400 मीटर की दौड़, सुबह-शाम वॉकिंग और अपने खान-पान का भी खूब ख्याल रख रही है।
93 साल की उम्र में जगा जज्बा
मान कौर ने 93 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया था। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर स्प्रिंट में पदक जीतने के बाद उन्हें प्रसिद्धि मिली। अब उनकी लक्ष्य 60 मीटर और 200 मीटर की रेस में बड़ी उपलब्धि हासिल करना है।
मान कौर की फिटनेस का राज
मान कौर का स्टेमिना उनके हैल्दी लाइफस्टाइल की वजह से है। वे अपने खान-पान पर बहुत ध्यान देती हैं, रोजाना व्यायाम और सैर करना, दिन भर में 6 रोटी, अंकुरित काले चने,जौ का सेवन, सोया मिल्क और फ्रूट उनकी डाइट में शामिल हैं। युवा पीढ़ी को उनका कहना है कि अपने से बड़ों का आदर करो।
ये रहता है रूटीन
रोजाना सुबह की सैर जरूर करती हैं। उसके बाद दो बार सौ मीटर की रेस और चार बार तीस मीटर की रेस लगाती हैं। उसके बाद अंत में धीमे कदमों से दौ मीटर दौड़ती हैं।
बेटा भी है एथलीट
सिर्फ मान कौर ही नहीं बल्कि उनका 80 साल का बेटा गुरुदेव सिंह भी मास्टर्स की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेता रहता है।
इस तरह हुई करियर की शुरुआत
अपने बेटे की देखते हुए मान कौर के दिल में जज्बा जगा। गुरुदेव जब प्रतियोगिता के लिए विदेश गया तब उन्होने देखा कि 100 साल से ज्यादा उम्र के लोग एथलीट में हिस्सा ले रहे हैं तो इस बारे में मां से बात की और फिर उन्होने ट्रनिंग लेनी शुरू की और फिर जीत का सिलसिला शुरू हो गया।