यहां जरा गौर फरमाइए श्रीमान, ये राहें नहीं हैं आसान
punjabkesari.in Tuesday, Sep 25, 2018 - 02:40 PM (IST)
नाहन (सतीश): प्रदेश के गांव-गांव को बेहतर सड़क सुविधा का दम भरने वाली सरकार व सत्ता में बैठे नेता यदि इस सड़क के हालात देख लें तो उन्हें भी अपने इन दावों पर शर्म आ जाएगी। चूंकि जो तस्वीरें सामने आई हैं वो इन दावों की पोल खोलती जरूर दिखाई दे रही हैं। ये बदहाल तस्वीरें जिस पंचायत की है वो जिला मुख्यालय नाहन से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर है। बात विकास खंड नाहन के तहत मातर पंचायत की हो रही है। मातर भेड़ो को जाने के लिए सड़क नैशनल हाइवे-7 से बोहलियो से गुजरती है। नैशनल हाईवे से मातर पंचायत के गांव समाालका तक इस सड़क की दूरी महज 7 किलोमीटर है। ग्रामीणों की मानें तो यह सड़क करीब 50 वर्ष पहले बनाई गई थी। उस समय से लेकर आज तक इस सड़क को पक्का नहीं किया गया है। आज भी यह सड़क पूरी तरह से कच्ची पड़ी है। सड़क से लोग सैंकड़ों लोग जोखिम भरा सफर कर रहे हैं।
पहाड़ों से गिरते रहते हैं बड़े-बड़े पत्थर
बरसात के मौसम में तो हालात बद से बदतर बन जाते हैं। हर समय जान का जोखिम बना रहता है। पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर गिरते रहते हैं। जगह-जगह जान का खतरा बना रहता है। हर रोज ग्रामीणों को जोखिम भरा सफर करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार उक्त सड़क पर कई जगहों पर सड़क काफी खतरनाक बन चुकी है। चूंकि कई स्थानों पर सड़क टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि सड़क के ऐसे हालात के चलते ही वे आज तक बस सुविधा से वंचित हैं। कई बार बरसात के मौसम में हालात ऐसे हो जाते हंै कि मरीजों को भी कंधों पर उठा कर ले जाना पड़ता है।
कब पूरी हो पाती है मांग
पंचायत के बुजर्गों का कहना है कि बरसात के मौसम में तो यहां के लोग कहीं भी आने-जाने के काबिल नहीं रहते। बरसात में सड़क पर कीचड़ होने के चलते लोग गिरकर चोटिल भी हो रहे हैं। दशकों से यहां के लोगों को बेहतर सड़क सुविधा न मिलने के कारण बुरा हाल है। देखना होगा कि दशकों से चली आ रही सड़क को पक्का करने की मांग कब पूरी हो पाती है और कब लोगों को मुश्किलों भरे सफर से छुटकारा मिल पाता है।