मिड-डे मील वर्करों ने निकाली रोष रैली

punjabkesari.in Tuesday, Sep 25, 2018 - 10:50 AM (IST)

धर्मशाला (पूजा): हिमाचल प्रदेश मिड-डे मील वर्कर यूनियन की कांगड़ा इकाई ने अखिल भारतीय एम.डी.एम. फैडरेशन के आह्वान पर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को मांग पत्र प्रेषित किया। एम.डी.एम. वर्कर की मांगों को लेकर मिड-डे मील महिला वर्करों की लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं मिड-डे मील वर्कर यूनियन के कार्यकत्र्ताओं ने सोमवार को पोस्ट ऑफिस से लेकर डी.सी. कांगड़ा कार्यालय तक रैली निकालकर प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

रैली को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष केवल कुमार ने बताया कि एक तरफ  सरकार बड़े उद्योगपतियों के ऋण माफ  कर रही है, लेकिन प्रदेश में 1995 से अपनी सेवाएं दे रही मिड-डे मील वर्करों को सरकार द्वारा कोई स्थाई नीति नहीं बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 25 हजार एम.डी.एम. वर्कर खुद आज कुपोषण का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि आज तक इन एम.डी.एम. महिला वर्करों को सरकार की और से मात्र 1500 रुपए मासिक वेतन ही दिया जा रहा है और जबकि इन महिला वर्करों की वजह से ही प्रदेश में कुपोषण जैसी बीमारियों से बच्चों को निजात दिलाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि इस मंहगाई के दौर में इतने कम पैसों से परिवार का गुजारा करना कठिन है। उन्होंने मांग की है कि प्रदेश सरकार न्यूनतम वेतन तय करके उन्हें वर्दी भी प्रदान करें। साथ ही 45 वें श्रम सम्मेलन के फैसले के अनुसार एम.डी.एम. वर्करों को विभाग का कर्मचारी माना जाए, सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर उन्हें भी भत्ते व अवकाश प्रदान किए जाए। इस मौके पर जिला कांगड़ा के विभिन्न शिक्षा खंड़ों से महिलाओं ने भाग लिया। 
 


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kirti

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