24 घंटे में जिले में रिकार्ड 292.2 एम.एम. बारिश

punjabkesari.in Monday, Sep 24, 2018 - 01:07 PM (IST)

होशियारपुर (जैन): बीते कल सुबह से शुरू  हुई मूसलाधार बारिश आज दूसरे दिन भी जारी रही। हालांकि बीते कल से आज सुबह तक 1 मिनट के लिए भी बारिश नहीं थमी लेकिन आज रु क-रु क कर तेज व कम बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में 292.2 एम.एम. बारिश रिकार्ड की गई। होशियारपुर में 110 एम.एम., मुकेरियां में 76.2 एम.एम., गढ़शंकर में 60 एम.एम. तथा दसूहा में 46 एम.एम. बारिश हुई। लगातार इतनी बारिश के चलते आज भी मौसम दिन भर सुहावना बना रहा तथा तापमान का पारा 23 डिग्री रिकार्ड किया गया। 

डी.सी. ने अधिकारियों से की बैठक, बाढ़ प्रबंधों का लिया जायजा
मौसम विभाग द्वारा 24 सितम्बर को तेज बारिश की दी गई चेतावनी के चलते आज डी.सी. श्रीमती ईशा कालिया ने जिला अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की तथा संभावित बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए प्र्रबंधों का जायजा लिया।  बैठक में एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन भी विशेष तौर पर शामिल हुए। डी.सी. ने अधिकारियों को निर्देश देते कहा कि संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित बनाए जाएं। उन्होंने जिला पुलिस को भी अग्रिम प्रबंध करने के लिए कहा। उन्होंने एस.डी.एम्ज, ड्रेनेज विभाग और भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) को आपसी तालमेल के साथ काम करने के लिए कहा। श्रीमती कालिया ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांवों की पहचान कर टीमें गठित की जाएं, जिससे मौके पर किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। बी.बी.एम.बी के अधिकारी रोजमर्रा की रिपोर्ट देना यकीनी बनाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों का चोओं में नहाना खतरनाक साबित हो सकता है, इसलिए बच्चे चोओं के नजदीक नहाने से गुरेज करें। उन्होंने एस.डी.एम्ज को प्रभावित गांवों का चुनाव करने के साथ-साथ दरियाओं/धुस्सी बांधों का तुरंत जायजा लेने के निर्देश भी दिए। 

स्वास्थ्य विभाग भी करे उचित प्रबंध
डी.सी. ने स्वास्थ्य विभाग को हिदायत करते कहा कि बरसात के दौरान होने वाली बीमारियों डेंगू, मलेरिया, हैजा आदि के लिए गांवों में कैम्प लगा कर गांव वासियों को जागरूक किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ के दौरान जहां डाक्टरों की ड्यूटी लगाई जाए वहीं दवाओं का भी प्रबंध यकीनी बनाया जाए। बारिशों दौरान सांप के काटने संबंधी मरीजों के इलाज के लिए भी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवानी यकीनी बनाई जाएं। उन्होंने संबंधित विभाग को किश्तियों, लाईफ जैकटों, तिरपालों, टैंट के अलावा बाढ़ से संबंधित इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी की अग्रिम तौर पर जांच करने की भी हिदायत की। उन्होंने पशु पालन विभाग को पशुओं के लिए चारा, भूसा और दवाएं आदि के लिए अग्रिम प्रबंध करने के भी निर्देश दिए। 
 


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