आसान तरीके से समझें क्या है PM मोदी की 'आयुष्मान भारत योजना', ये लोग उठा सकेंगे लाभ

punjabkesari.in Sunday, Sep 23, 2018 - 02:27 PM (IST)

यूपी डेस्कः देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आयुष्मान भारत योजना का शुभांरभ किया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन यानी कि 25 सितंबर से भारत में आयुष्मान योजना पूरी तरह से लागू हो जाएगी। इसे मोदीकेयर या नमोकेयर स्कीम के नाम से भी जाना जा रहा है। यह योजना देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगी। यह योजना क्या है और इसका फायदा कौन से लोग उठा सकते हैं और कौन नहीं समझिए आसान तरीके से। 

सरकार इस योजना से देश के 10 करोड़ परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिलवाने की कोशिश करेगी। सरकार की ओर से स्कीम लॉन्च करने के बाद लाभार्थियों के कार्ड बनने शुरू होंगे। लाभार्थी की पहचान के लिए तकनीक जैसे मोबाइल एप्लीकेशंस का सहारा लिया जाएगा। इस योजना के दो हिस्से हैं। 

PunjabKesari

*1 इसके तहत देश भर में 1.5 लाख हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे। इनमें चोट, खांसी, जुकाम का इलाज यानी कि प्राथमिक उपचार किया जाएगा।
*2 नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम। इसके तहत सरकार देश की 50 करोड़ आबादी को मुफ्त सेहत बीमा देगी। बीमा की राशि 5 लाख रु. होगी। यानी कि इलाज पर पांच लाख रु. तक का खर्च सरकार उठाएगी। इस स्कीम के अंतर्गत छोटी बड़ी 1,350 बीमारियों का इलाज होगा। मरीज के भर्ती होने से तीन दिन पहले से लेकर अस्पताल से छुट्टी के बाद 15 दिन तक का खर्चा (दवाएं, मरहम पट्टी) बीमा योजना में शामिल होगा। इसका लाभ उन्हीं बीमारियों के लिए मिलेगा, जिनमें अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होगा। इसका खर्च केंद्र और राज्य, दोनों मिलकर उठाएंगे।

ये लोग उठा सकते हैं फायदा
*
इस योजना के तहत गरीब और ग्रामीण परिवारों को सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना 2011 (सोशियो इकोनॉमिक कास्ट सेंसस, 2011) के हिसाब से लाभ मिलेगा।
*ऐसे परिवार जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पंजीकृत हैं उनकों भी इसमें शामिल किया गया है। 
*परिवार चाहे कितना भी बड़ा हो सभी को फायदा मिलेगा। 
*आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए उम्र की भी कोई सीमा नहीं है।

PunjabKesari

इनको नहीं मिलेगा फायदा
*
सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना 2011 के हिसाब से जिस परिवार के पास 2 पहिया, 3 पहिया, 4 पहिया वाहन है या फिशिंग बोट है, या एग्रीकल्चर इक्विपमेंट (ट्रैक्टर) हैं उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। 
*परिवार जिसके पास 50 हजार रुपए से ज्यादा की लिमिट का क्रेडिट कार्ड है वो इस योजना में शामिल नहीं होंगे। 
*वह परिवार जिसका सदस्य सरकारी नौकरी करता है वो भी इस स्कीम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
*परिवार जिसका गैर कृषि कारोबार सरकार में रजिस्टर्ड है वो आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठाएंगे। 
*अगर परिवार में कोई सदस्य 10 हजार रुपए से अधिक कमाता है तो वो भी पात्र नहीं है। 
*इसके अलावा इनकम टैक्स भरने वाले परिवार को भी इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। 
*जो प्रोफेशनल टैक्स भरते हैं या जिनके पास 3 या उससे अधिक कमरे का पक्की दीवार और छत वाला मकान है।
*जिसके पास 2.5 एकड़ से ज्यादा की जमीन और 1 सिंचाई यंत्र है वो भी शामिल नहीं होंगे।

PunjabKesari

राज्य सरकारों के समर्थन से ही लागू होगी यह योजना
इस योजना को पूरी तरह लागू करने के लिए राज्य सरकार का रोल महत्वपूर्ण होगा। आयुष्मान में होने वाले खर्च का 60 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार को तो 40 फीसदी हिस्सा राज्यों को खर्च करना होगा, जबकि उत्तर पूर्वी और पहाड़ी राज्यों मसलन, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में केंद्र की हिस्सेदारी 90 फीसदी की होगी। ऐसे में केंद्र ये काम बिना राज्यों को साथ लिए नहीं कर सकती। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के अनुसार, “24 राज्यों के साथ एमओयू साइन किए जा चुके हैं। राज्यों से बातचीत जारी है। हमें पूरा भरोसा है कि सभी राज्यों को बीमा योजना के साथ जोड़ लिया जाएगा।” 

इसके अलावा निजी अस्पतालों की सहमति से ही यह योजना पूरी तरह कामयाब हो पाएगी। दरअसल जो विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए दरें तय की हैं, उनसे निजी अस्पताल संतुष्ट नहीं हैं। वो इसे कम बता रहे हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ruby

Recommended News

Related News

static