अकाली दल, भाजपा व ‘आप’ को पंजाबियों ने पुन: नकारा : जाखड़

punjabkesari.in Saturday, Sep 22, 2018 - 07:51 PM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व सांसद सुनील जाखड़ ने पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद व पंचायत समितियों के चुनावों में कांग्रेस को मिली भारी जीत के लिए मतदाताओं का जहां आभार जताया है, वहीं पर उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य में लागू की गई जन हितैषी नीतियों पर मतदाताओं ने एक बार फिर से अपनी मोहर लगा दी है।

उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के बाद लगातार अकाली व आम आदमी पार्टी के नेता कांग्रेस पर गड़बड़ कराने के आरोप लगा रहे थे क्योंकि दोनों पार्टियों को पहले ही अपनी हार का अहसास हो गया था। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा के आम चुनावों के बाद लगातार कांग्रेस के पक्ष में मतदाताओं ने अपना फतवा दिया है क्योंकि लोग पिछली अकाली सरकार के 10 वर्षों के कुशासन व माफिया राज को भूले नहीं है। लोगों के अंदर अकाली दल के प्रति गुस्सा नफरत में तबदील हो चुका है।

जाखड़ ने कहा कि बेशक कैप्टन सरकार को विरासत में खाली खजाना व चरमराई अर्थव्यवस्था मिली थी, पर फिर भी राज्य सरकार ने छोटे किसानों के 2-2 लाख रुपए के कर्जे माफ करने, उद्यमियों को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने तथा रोजगार मेले लगाकर अपने चुनावी वायदों को पूरा करने की तरफ कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने राज्य में गैंगस्टरों का खात्मा करने की तरफ कदम बढ़ाए तथा उन्हें जेलों की सलाखों के पीछे भेजा। कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारा गया।

उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से हुए चुनावों में भी मतदाताओं ने अकाली दल व ‘आप’ तथा भाजपा तीनों को नकार दिया है। पंजाब की लोकतांत्रिक परम्पराओं की बहाली की दिशा में कांग्रेस सरकार ने कदम बढ़ाया है। उन्होंने वचनबद्धता दोहराई कि कांग्रेस सरकार पंजाब को आर्थिक तौर पर समृद्धि बनाने तथा विकास प्रोजैक्टों को तेजी से शुरू करने के प्रति कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि अब मिली हार के बाद तीनों पाॢटयां 2019 में जनता से मत मांगने के काबिल नहीं रहेंगी। उन्होंने अकाली नेतृत्व द्वारा चुनावों में धांधलियां करने के समस्त आरोपों को खारिज कर दिया तथा कहा कि पूर्व अकाली सरकार तो अपने शासनकाल में पुलिस के बल पर चुनाव जीतती रही तथा सभी पोङ्क्षलग बूथों पर कब्जा करती रही है। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Des raj

Recommended News

Related News