आतंकवाद से निपटने के लिए भारत और मंगोलियाई ने किया संयुक्त युद्धाभ्यास

punjabkesari.in Friday, Sep 21, 2018 - 06:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आतंकवाद की आग में समूचा विश्व जल रहा है। यह किसी देश के लिए नहीं बल्कि यह मानवता के लिए एक चुनौती बन गया है। इसी चुनौती से निपटने के लिए भारत और मंगोलिया के सैनिकों ने संयुक्त सामरिक अभ्यास में एक दूसरे के साथ अभियानों की सफलता के गुर तथा तौर तरीके साझा किये। 

सेना की पंजाब रेजिमेंट के जवानों ने लगातार 11 दिनों तक मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में फाइव हिल्स प्रशिक्षण रेंज में मंगोलियाई सैनिकों के साथ संयुक्त अभ्यास नोमेडिक एलिफेंट-2018 में दुश्मन के छक्के छुडाने की रणनीति बनाने की मशक्कत की तथा उसे मिलकर अंजाम भी दिया। गत 10 सितंबर को शुरू हुआ यह अभ्यास दिन रात-चले 24 घंटे के संयुक्त अभ्यास के साथ 20 सितंबर को पूरा हुआ। इस दौरान मैत्री बास्केटबाल मैचों के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी जवानों ने अपनी बहुप्रतिभा का परिचय दिया।  

दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी बढाने के लिए नोमेडिक एलिफेंट संयुक्त अभ्यास की शुरूआत 2006 में की गयी थी और इसके बाद से हर वर्ष इसका आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से आतंकवादी अभियानों में एक दूसरे के अनुभवों के आधार पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत सामरिक और तकनीकी कौशल में सुधार लाना तथा नये तरीके सीखना है। इस अभ्यास से दोनों देशों को एक दूसरे की सामरिक विशेषताओं और अनुभवों से काफी कुछ सीखने को मिला जिसका सैनिकों ने पूरा लाभ उठाया। भारतीय सैनिकों को मंगोलिया के शस्त्रों और उपकरणों को संचालित करने का भी मौका मिला और मंगोलियाई जवानों को भी शहर और कस्बों में छोटी टुकड़ी के आपरेशन और आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने की बारीकियों का पता चला। 

संयुक्त दीक्षांत अभ्यास के बाद हुए समापन समारोह में भारतीय पक्ष का नेतृत्व कर्नल ओसारिस दास, कीर्ति चक्र, चीन में भारत के रक्षा अताची ने किया जबकि मंगोलियाई शांति सेना की ओर से कमांडिंग आफ़सिर ब्रिगेडियर जनरल एल गांनसेलेम, यूनिट 311 के सी ओ, कर्नल दुगरागचा और यूनिट 084 के सी ओ, कर्नल काशरेदेने मौजूद रहे। अधिकारियों के समापन व्याख्यान के बाद दोनों सैन्यदलों के कमांडरों और प्रतिभागियों ने स्मृति चिन्हों का अदान प्रदान किया। सभी प्रतिभागियों को संयुक्त अभ्यास के प्रमाण पत्र दिये गये और अंत में दोनों देशों के राष्ट्र गान गाए।


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vasudha

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