पाकिस्तान के समक्ष करतारपुर साहिब कॉरिडोर का मुद्दा उठायेंगी सुषमा स्वराज

punjabkesari.in Friday, Sep 21, 2018 - 12:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पिछले कुछ समय से सुर्ख़ियों में चल रहा करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने का मुद्दा एक बार फिर उठाया जाएगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा :यूएनजीए: में पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के समक्ष करतारपुर साहब कॉरिडोर को लेकर विचार-विमर्श करेंगी। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। 
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि देश में सभी राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे को उठाया है और हाल ही में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी विदेश मंत्री को चिठ्ठी लिखी थी। इस विषय को नवजोत सिंह सिद्धू ने भी उठाया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से मुद्दे पर आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है, इसलिए विदेश मंत्री पाकिस्तानी समकक्ष के सामने इसे उठायेंगी । 
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विदेश मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच धार्मिक स्थलों की यात्रा के संबंध में 1974 में एक प्रोटोकॉल हुआ था, जिसमें करतारपुर साहिब शामिल नहीं है। 1999 में लाहौर की यात्रा के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस मुद्दे को उठाया था और इस धार्मिक स्थल की वीजा मुक्त यात्रा पर विचार करने का अनुरोध किया था, जो सिखों की धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है। 

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मंत्रालय ने बताया कि इसके बाद पंजाब के तब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के अनुरोध पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1 सितंबर 2004 को प्रकाशोत्सव की 400वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृतसर में करतारपुर साहब के संबंध में सुविधा की घोषणा की थी। इसके बाद 4 सितंबर, 2004 को विदेश सचिव स्तर की वार्ता के दौरान करतापुर साहब को प्रोटोकॉल के तहत सूची में शामिल करने के लिये पाकिस्तानी पक्ष से अनुरोध किया गया था ।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष ने इस पर सहमति नहीं जतायी। साल 2005 में पाकिस्तान ने तीन धार्मिक स्थलों की यात्रा वीजा के साथ करने की अनुमति दी थी, लेकिन इसमें करतारपुर साहब शामिल नहीं है। उन्होंने बताया कि 2008 में भी तब के विदेश मंत्री ने करतारपुर साहब के मुद्दे को अपने पाकिस्तानी समकक्ष के समक्ष उठाया था, लेकिन इसके बाद से पाकिस्तानी पक्ष की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।  
 


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vasudha

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