कांग्रेस रैली के 12 लाख लंबित, एक चैक दिया वह भी बाऊंस

punjabkesari.in Wednesday, Sep 19, 2018 - 11:19 AM (IST)

शिमला (जय): हिमाचल में करोड़ों रुपए के घाटे में चल रही एच.आर.टी.सी. बसों की बुकिंग के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई बहुत सी रैलियों का पैसा अभी भी चुकता नहीं हो पाया है। प्रदेश में सरकार बदलते हुए 9 माह पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक निगम प्रबंधन को बहुत सी रैलियों का पैसा नहीं दिया गया है। पूर्व सरकार के समय वर्ष, 2015 में हुईं अधिकतर रैलियों के लिए एच.आर.टी.सी. की बसें भेजी गईं। सरकारी दबाव के चलते निगम के आलाधिकारियों ने पूर्व सरकार के समय बसों को तो भेज दिया लेकिन समय पर उन रैलियों का किराया चुकता नहीं किया गया। इसी दौरान कुछ एक रैलियों के बदले कांग्रेस सेवा दल ने किराया चुकाने के लिए चैक दिया तो वह भी बाऊंस हो गया।

दिल्ली में किसान कांग्रेस की रैली के लिए भेजी गईं बसों के बदले कांग्रेस सेवा दल ने 14 जुलाई को एक लाख 30 हजार का एक चैक दिया जोकि 19 जुलाई को बाऊंस हो गया। इसके बाद निगम प्रबंधन की ओर से बार-बार पार्टी के पदाधिकारियों को जब रिमाइंड दिए गए तो कुछ राशि जारी कर दी लेकिन करीब 12 लाख 98 हजार की राशि अभी भी लंबित है। हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने कहा कि गत 5 वर्षों में एच.आर.टी.सी. को पतन के गर्त में धकेल और इसकी अर्थव्यवस्था को तार-तार करने वाले वही लोग निकले जिनके कंधों पर इसे संवार कर चलाने और समृद्ध बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी। एच.आर.टी.सी. के सी.जे.एम. एच. के. गुप्ता का कहना है कि पूर्व सरकार के समय हुई बसों की बुकिंग के अभी तक 12 लाख 98 हजार रुपए लंबित हैं जिनको लेने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कांग्रेस की रैलियां और उनका लंबित अमाऊंट 
25 जून, 2015 को ऊना में हुई रैली बुकिंग के 62,87,468 रुपए चुकाए जाने थे जबकि इस रैली की केवल 55 लाख रुपए की अदायगी ही की गई। इसके बाद 21 जुलाई, 2015 में दिल्ली रैली के लिए हमीरपुर, नाहन, बिलासपुर व सोलन डिपो से बसों की बुकिंग की गई जिसका 2,25,614 रुपए बना।इसके बाद 20 सितम्बर, 2015 में ही दिल्ली रैली के लिए 67 बसों की बुकिंग की गई थी जिसमें नालागढ़, बिलासपुर, मंडी, बैजनाथ, नाहन, सोलन और ऊना डिपो से बसें भेजी गई थीं। इस बुकिंग के लिए 29,98,320 रुपए के निगम की यूनिट द्वारा बिल बनाए गए जबकि हैड ऑफिस शिमला द्वारा रैली के लिए इस बुकिंग पर डिस्काऊंट के बाद 26,84,864 रुपए का बिल जारी किया गया। इस बिल के बदले हांलांकि 30 लाख रुपए की अदायगी की गई है जिसमें 3 लाख 15,136 रुपए की अतिरिक्त अदायगी की गई है। 

इसके साथ ही 11 सितम्बर, 2015 को दिल्ली में हुई रैली के लिए सोलन व नाहन डिपो से बसें भेजी गईं। इन बसों की बुकिंग 63, 429 रुपए में हुई जिसकी अभी तक अदायगी नहीं हुई। इसके साथ ही 14 नवम्बर, 2015 को 5 बसों की फिर से दिल्ली रैली के लिए बुकिंग की गई जिसमें बिलासपुर, तारादेवी, सोलन व कुल्लू से बसें भेजी गईं जिनकी 2,58,728 रुपए की अदायगी की जानी है। इसके अतिरिक्त 19 व 20 सितम्बर को दिल्ली के लिए मंडी व कुल्लू से बसें भेजी गईं जिनका 1 लाख 14 हजार रुपए का बकाया चुकाया जाना है। इसके अलावा 15 सितम्बर, 2015 को 3 बसें हरिद्वार के लिए भेजी गईं जिनकी 1,59,761 रुपए की अदायगी नहीं हुई है। इनमें से हालांकि कुछ पैसा कांग्रेस द्वारा दिया जा चुका है लेकिन अभी भी 3 वर्ष बाद 12,98,000 रुपए का बकाया चुकाया जाना बाकी है।


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Ekta

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