आटया-पाटया के फाइनल में हुआ विवाद सुलझा, मंडी व बिलासपुर टीमें संयुक्त विजेता

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 10:32 PM (IST)

स्वारघाट: 9 सितम्बर को हमीरपुर के भोरंज में पहली दफा आयोजित हुई राज्य स्तरीय आटया-पाटया प्रतियोगिता के फाइनल में हुए विवाद से सुर्खियां बटोरने वाले इस नए खेल में आए उफान को प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र राणा द्वारा शांत कर दिया गया है और प्रतियोगिता का फाइनल खेलने वाली दोनों टीमों बिलासपुर व मंडी को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया गया है। इसी बाबत मंगलवार को आटया-पाटया एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र राणा स्वारघाट पहुंचे तथा विजेता टीमों को पुरस्कृत किया। घोषित परिणाम के मुताबिक अंडर-19 लड़कों में बिलासपुर व मंडी को संयुक्त विजेता घोषित किया गया है, वहीं एस-क्लब कांगड़ा को तृतीय स्थान से संतोष करना पड़ा है।

अंडर-19 लड़कियों में भी बिलासपुर व मंडी संयुक्त विजेता
वहीं अंडर-19 लड़कियों में भी बिलासपुर व मंडी संयुक्त विजेता बना है तथा  एस-क्लब कांगड़ा तृतीय स्थान पर रहा है। उधर, अंडर-14 लड़कियों में कांगड़ा विजेता, बिलासपुर उपविजेता तथा हमीरपुर तीसरे स्थान पर रहा है तथा अंडर-14 लड़कों में बिलासपुर व मंडी को पुन: संयुक्त विजेता बनने का गौरव हासिल हुआ है। देवेंद्र राणा ने बताया कि आटया-पाटया अंडर-14 की राष्ट्रीय प्रतियोगिता 28 सितम्बर को पालमपुर में आयोजित की जाएगी, वहीं अंडर-19 के तहत पड्डुचेरी में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में खिलाड़ी अपना दमखम दिखाएंगे। इस अवसर पर आटया-पाटया एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण लाल चंदेल, प्रदेश महामंत्री अनिल सौंखला, जिलाध्यक्ष हरदयाल ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष अशोक पाठक, महासचिव रूप लाल, बालकृष्ण ठाकुर व तिलकराज सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

क्या था विवाद
राज्य में नए खेल के तहत अपना मुकाम बना रही आटया-पाटया खेल में हमीरपुर के भोरंज में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के फाइनल में उत्पन्न हुए विवाद पर खुलासा करते हुए एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र राणा ने बताया कि अंडर-19 के तहत फाइनल में बिलासपुर व मंडी के बीच रोचक मुकाबला चल रहा था और अंत में आकर मुकाबला दोनों के बीच टाई हो गया लेकिन बाद में रैफरी द्वारा जोकि मंडी जिला से ही संबंध रखता था, उसने मंडी जिला को 1 टैक्नीकल प्वाइंट देकर विजेता घोषित कर दिया, जिस पर बिलासपुर जिला की टीम ने आपत्ति जाहिर की और खेल को बीच में ही छोड़कर प्रतियोगिता का बहिष्कार कर दिया। बाद में एसोसिएशन के जिला पदाधिकारियों ने प्रदेशाध्यक्ष से शिकायत करके इसमें हस्तक्षेप कर खेल के दौरान हुई अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच की मांग की तथा करीब 10 दिन बाद प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र राणा ने खेल भावना को बरकरार रखने के लिए दोनों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया।


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Vijay

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