रोचक किस्सा: शिमला में काटता था जेब, गांव में बन बैठा था दानी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 07:31 PM (IST)

मंडी/शिमला (राजीव): शिमला में सैकड़ों लोगों की जेब काट चुका एक जेबकतरा अपने गांव में दानवीर बन बैठा था। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब वर्षों बाद इस जेबकतरे को शिमला पुलिस ने धर दबोचा। थाने में उसने अपने सारे गुनाह कबूल कर लिए। यह किस्सा बेहद रोचक है। गत दिनों जेबकतरा शिमला के एक थाने में पहुंचा, जहां उसने कबूल किया कि वह दीन-दुखियों को लूटता था और लूट का एक हिस्सा मंदिर में दान कर देता था। अक्सर उसके निशाने पर शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके तीमारदार रहते थे। 2 दिन पहले इस जेबकतरे ने एक ऐसे व्यक्ति की जेब से 4 हजार रुपए निकाल लिए, जिसका बेटा एक दुर्घटना के बाद अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच झूल रहा था।

कहावत है कि जब पाप का घड़ा भरता है तो एक दिन फूट जाता है। यहां भी जब पाप का घड़ा फूटा तो जेबकतरा पकड़ा गया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जेबकतरा मंडी से शिमला आकर लोगों की जेबें काटा करता था। वह मूलत: सरकाघाट का रहने वाला है और उसने मंडी की बल्हघाटी के बैहना के पास एक पुराना मकान खरीदा। फिर उस मकान को गिराकर नया पक्का मकान भी बना लिया। मकान के बाद उसने डेढ़ बीघा बहुमूल्य जमीन भी खरीद ली और गांव की स्थानीय देवी को साढ़े 9 लाख का सोने का एक मोहरा बनाकर भेंट किया। मंदिर क्षेत्र में एक सराय बनाने के लिए लाखों रुपए दान में दिए। हाल ही में उस सराय के लिए 20 टेबल फैन जेबकतरे ने दान में दिए और सराय के निर्माण कार्य के लिए 2 महिंद्रा पिकअप जीप दी।

हर वर्ष खिलाता था देवताओं को धाम
यही नहीं, जेबकतरा क्षेत्र में अपना रुतबा दिखाने के लिए देवताओं को हर साल धामें खिलाता था। अब पकड़ा गया तो इसकी पूरी जानकारी पुलिस लगाने में जुटी हुई है। इधर, गांव के लोग सब तमाशा देखते रहे और किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि इस व्यक्ति द्वारा पानी की तरह पैसा क्यों बहाया जा रहा है।  अब इसका रहस्य खुलने पर सब हैरान हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ekta

Recommended News

Related News