रेवाड़ी गैंगरेप: अारोपी नीशु की गिरफ्तारी के बाद अहम खुलासे, जानकर दंग रह जाएंगे अाप(Video)

punjabkesari.in Monday, Sep 17, 2018 - 04:00 PM (IST)

रेवाड़ी(ब्यूरो): रेवाड़ी में छात्रा से गैंगरेप करने वाले तीन आरोपियों में से एक नीशू को गिरफ्तार करने के बाद 8 ऐसे खुलासे हुए, जिसे जानकर अाप भी दंग रह जाएंंगे कि अाखिर किस तरह अारोपियों ने योजना के तहत छात्रा की जिंदगी खराब करके रख दी। 

नीशू, कोठड़ा मालिक व डॉक्टर गिरफ्तार
गैंगरेप मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों में से एक आरोपी नीशू को गिरफ्तार कर लिया है।वहीं  घटनास्थल कोठड़े के मालिक दीनदयाल और हालत खराब होने पर पीड़िता का इलाज करने पहुंचे डॉक्टर संजीव कुमार को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। मामले की जांच कर रही एसआईटी चीफ नाजनीन भसीन ने प्रेस कांफ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। अभी अन्य दो आरोपी पकड़े नहीं गए हैं, उसके लिए छापेमारी की जा रही है।

योजना बनाकर किया गैंगरेप 
जानकारी के अनुसार गैंगरेप की घटना को योजना बनाकर अंजाम दिया गया है। आरोपी पंकज को डेढ़ साल पहले पीड़िता के पिता की बदौलत ही सेना में नौकरी मिली थी। इसके बाद ही उसका पीड़िता के घर आना-जाना हो गया। इस दौरान पंकज का दोस्ताना पीड़िता के पड़ोसी नीशू से हुआ। मनीष दोनों का जानकार था, इसलिए तीनों ने मिलकर वारदात अंजाम दिया। 

नीशू ने कोठड़े की चाबी उपल्ब्ध कराई
नीशु इस घटना का मुख्यारोपी है क्योकि उसी ने ही कोठड़े की चाबी के लिए कोठड़े मालिक से संपर्क किया था। इसलिए यह सब सोची समझी साजिश के चहत किया गया। हालाकि कोठड़ा मालिक दीनदयाल को भी पता था कि आरोपी कोठड़े का गलत इस्तेमाल करेंगे। बावजूद इसके उसने उन्हें चाबी दी।

हालात बिगड़ने पर संजीव ने दिया इंजेक्शन 
एसआईटी चीफ ने बताया कि पीड़िता को मौके पर पहुंचकर उपचार देने वाला चिकित्सक संजीव कुमार है। वह एक गांव में क्लीनिक चलाता है। आरोपियों ने छात्रा की हालत बिगड़ने के बाद संजीव को फोन करके घटनास्थल पर बुलाया था। इसके बाद चिकित्सक ने छात्रा को इंजेक्शन दिए। इस जघन्य मामले की सूचना पुलिस और परिजनों को नहीं दी।

वहीं इस मामले में दोनों जिलों की पुलिस ने एक-दूसरे पर मामला टालने का काम किया। जब 14 सितंबर को मामला मीडिया में हाइलाइट हुआ तो पुलिस सक्रिय हुई। मामले के तूल पकड़ने के बाद एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने शुक्रवार को रात दस बजे एसआईटी का गठन करके जांच मेवात एसपी को सौंपी। एसआईटी गठन के बाद पुलिस सक्रिय हुई।


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Deepak Paul

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