प्राकतिक आपदा के बाद केरल में मंडरा रहा एक और 'खतरा', फैल सकती है यह बीमारियां

punjabkesari.in Saturday, Aug 18, 2018 - 09:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारी वर्षा और बाढ़ से ग्रस्त केरल पहले ही डेंगू और ​चिकनगुनिया जैसे बैक्टीरिया से पैदा होने वाली बीमारी से पीड़ित है। अब उसे गंदे पानी से होने वाली बीमारियों ने घेर लिया है। पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञों ने राज्य में टाइफाइड, हेपेटाइटिस, हैज़ा फैलने की चेतावनी दी है। 
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डाक्टरों के अनुसार राज्य में पहले ही डेंगू बुखार के 846 मामले आए हैं। इसके अलावा 191,945 मामले डायरिया, 518 मामले मलेरिया, 34 मामले ​चिकनगुनिया, 225 मामले संक्रामक रोगों के मामले सामने आए हैं। केरल के सवास्थ्य सेवाओं के निदेशालय द्वारा  यह जानकारी दी गई है। डाक्टरों ने बताया कि राज्य में गंदा पानी जमा होने के कारण पीड़ितों की संख्या बढ़ सकती है। 

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वेंकटेश्वर अस्पताल ​के डाक्टर निर्मल कुमार ने बताया कि गंदे पानी के कारण ​हैजा और हेपेटाइटिस के फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां भी बढ़ रही है क्योंकि राज्य के लोगों को साफ पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा लोग टाइफाइड और संक्रामक रोगों से भी पीड़ित हैं। इन बीमारियों के लक्षण बुखार होना, उल्टी आना, शरीर में जलन होना आदि शामिल है।
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डाक्टरों का कहना है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टिकाकरण जैसी कुछ बीमारियों को रोका जा सकता है। विशेषज्ञों कर मानना है कि स्वास्थ्य रहने के लिए सफाई जरूरी है। फोर्टिस अस्पताल के डाक्टर जीवन अग्रवाल ने कहा कि बीमारियों का कारण बाढ़ का पानी जमा होना, पीने के पानी में गंदगी होना और नालों का ओवरफ्लो होना, मच्छरों का बढ़ना शामिल है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने आस पास सफाई रखें और संभव हो सके तो पानी को उबालकर पीएं। 


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vasudha

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