हरियाणा सरकार करेगी 100 कैदियों को आजाद

punjabkesari.in Saturday, Aug 18, 2018 - 10:08 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना सेठी): हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों में से करीब 100 कैदियों को आजादी मिलेगी। सूत्रों की मानें तो हरियाणा जेल प्रबंधन ने कैदियों की रिहाई की योजना पर काम शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने जुलाई में देशभर की जेलों से उन कैदियों को रिहा किए जाने का फैसला किया था, जो गैर जघन्य अपराध करने के कारण कैद हैं और 50 फीसदी सजा पूरी कर चुके हैं। हरियाणा की जेलों से ऐसे कैदियों को 3 चरणों में रिहाई मिलेगी। 

पहली रिहाई 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर मिलेगी। दूसरी रिहाई दांडी यात्रा की सालगिरह पर मार्च से अप्रैल के महीने में दी जाएगी, जबकि तीसरी रिहाई कैदियों को अगले वर्ष 2 अक्तूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा की जेलों में इस समय करीब 20 हजार कैदी हैं। इनमें से करीब 650 महिलाएं और 19,400 पुरुष हैं। लगभग 7500 पुरुष कैदी दोषी करार दिए जा चुके हैं, जिनमें से 3700 को उम्रकैद की सजा मिली है। करीब 200 महिलाएं जेल में उम्रकैद की सजा काट रही हैं।

70 से 80 प्रतिशत कैदी नियमों पर नहीं उतरते खरे
हरियाणा जेल विभाग के सूत्रों की मानें तो यहां जेलों में बंद कैदियों में से 70 से 80 प्रतिशत कैदी रिहाई के नियमों पर खरे नहीं उतरते, जबकि 20 से 30 प्रतिशत कैदियों में से सिर्फ उन कैदियों को आजादी मिलेगी जो नियमों पर खरे उतरने के साथ जेल प्रबंधन की गुड कंडक्ट लिस्ट में हैं। इनमें महिला, बुजुर्ग, शारीरिक तौर पर अक्षम और ट्रांसजैंडर हैं। नियमों के अंतर्गत 55 वर्ष से अधिक उम्र की वह महिला कैदी आजाद होंगी, जो अपनी सजा का आधा समय जेल में काट चुकी हैं। यही नियम ट्रांसजैंडर कैदियों पर भी लागू होगा, जबकि पुरुष कैदियों की उम्र 60 वर्ष रखी गई है। ऐसे कैदी जो 70 प्रतिशत दिव्यांग हैं और अपनी सजा का आधा समय पूरा कर चुके हैं उन्हें भी जेल से रिहा किया जाएगा। असाध्य रोगों से ग्रस्त कैदियों को भी आधी सजा काट लेने पर माफी दे दी जाएगी।


 


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Rakhi Yadav

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