भरमाणी से गौरीकुंड के लिए होंगी अब उड़ानें, इस बार नहीं लिया जाएगा यह टैक्स

punjabkesari.in Wednesday, Aug 15, 2018 - 07:37 AM (IST)

 

भरमौर : भद्रवाही श्रद्धालुओं के भरमौर पहुंचने पर भरमाणी में निर्माणाधीन हैलीपैड से गौरीकुंड के लिए उड़ानें होंगी तथा यात्रा के दौरान पार्किंग फीस के नाम पर लिया जाने वाला टैक्स भी नहीं लिया जाएगा। कार्यवाहक ए.डी.एम. भरमौर पी.पी. सिंह ने कहा कि हैली टैक्सी टैंडर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखी गई है जिसके लिए सरकारी वैबसाइट पर जुलाई माह में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं जिस पर 2 हैली कंपनियों ने अपनी निविदाएं सीलबंद कर कमेटी के पास भेजी थीं। निविदाएं खोलने वाली कमेटी में वाणिज्य विषय के 2 प्रवक्ता विद्युत विभाग के सहायक अभियंता भी शामिल थे।

एविएशन कंपनियों ने निविदाओं में 3,125 व 3,050 रुपए की दर से दाम भरे थे लेकिन कमेटी ने किराए की दरों को और नीचे लाने के लिए एविएशन कंपनियों पर दबाव बनाया जिसका असर हुआ और किराए की दर को 2,900 रुपए तक नीचे लाया गया। वहीं आने-जाने दोनों तरफ  के टिकटों पर कंपनी यात्रियों को डिस्काऊंट देने को भी राजी की गई। उन्होंने कहा कि सच है कि किराए की दरें बढ़ी हुई हैं जिनमें जी.एस.टी. का भी रोल हो सकता है लेकिन इसका लाभ सीधे मणिमहेश न्यास को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब तक मणिमहेश न्यास को हैलीकॉप्टर कंपनियों से 10 प्रतिशत की दर से रॉयल्टी प्राप्त हो रही थी लेकिन अब इसे 20 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। ऐसे में बढ़ी हुई दरों से न्यास की आमदनी में पहले से करीब 3 गुना अधिक मुनाफा होगा।

उन्होंने कहा कि भरमौर हैलीपैड में भद्रवाही श्रद्धालुओं के ठहरने के कारण हैलीकॉप्टर की उड़ानों में व्यवधान उत्पन्न होता रहा है जिसका नुक्सान न्यास को भी उठाना पड़ता है। श्रद्धालुओं के साथ विवाद से बचने के लिए भरमाणी में हैलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। भरमौर हैलीपैड में भीड़ बढऩे के दौरान भरमाणी वाले हैलीपैड से उड़ानें करवाई जाएंगी जबकि शेष समय में इस हैलीपैड को कार पार्किंग के रूप में प्रयोग किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि यात्रियों व टैक्सी चालकों को परेशान करने वाला पार्किंग फीस के नाम पर लिया जाने वाला टैक्स इस बार नहीं लिया जा रहा है। यह मणिमहेश यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए राहत भरा निर्णय है। लंगर समितियों व सरकारी भूमि में दुकानें लगाने वालों के लिए बनाए गए नियमों में ढील दी गई है जिसमें स्वच्छता के मामले में समझौता नहीं किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जहां त्रुटियां हैं उस पर प्रशासन को इंगित करें व अपने परामर्श भी जरूर दें लेकिन प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे सकारात्मक कदमों पर सहयोग भी करें।
 


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kirti

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