पंथक जत्थेबंदियों ने रोष मार्च करके किया एस.एस.पी. दफ्तर का घेराव

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 11:30 AM (IST)

पटियाला(जोसन/ राणा): सनौर थाने में एक थानेदार और कुछ सिपाहियों द्वारा नौजवानों पर किए थर्ड डिग्री टार्चर का मसला दिन-ब-दिन भड़कता जा रहा है। पंथक जत्थेबंदियों ने एस.एस.पी. दफ्तर का घेराव कर थानेदार पर धारा 307 और 295 ए लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एस.एस.पी. को मैमोरैंडम देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर पंथ खालसा पंजाब सत्कार कमेटी के प्रधान भाई गुरजीत सिंह खालसा, भाई सुखजिंद्र सिंह बस्सी मुख्य नेता और यूनाइटेड सिख पार्टी के प्रमुख भाई जसविंद्र सिंह राजपुरा ने कहा कि 4 पुलिस वालों की तरफ से 7 नौजवानों की वहशियाना ढंग के साथ मारपीट के बाद आरोपी 

पुलिस वालों की अभी तक न तो कोई गिरफ्तारी हुई है और न बनती कार्रवाई की गई है जिस कारण लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। यूनाइटेड सिख पार्टी और पंथक जत्थेबंदियों के वक्ता भाई जसविन्द्र सिंह राजपुरा ने कहा पंजाब पुलिस सिख नौजवान को इंसाफ देने की बजाय दोषी पुलिस वालों को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। बहुत हैरानी की बात है कि राजिंद्रा अस्पताल ने पुलिस के सताए सिख नौजवान की मैडीकल रिपोर्ट में स्पष्ट कर दिया है कि नौजवान के सिर, गले, नाक, छाती, पेट, गुप्त अंग और टांग पर गंभीर चोटें लगी हैं और सिख नौजवान के केश खींचने की भी पुष्टि हो गई है फिर भी पुलिस दोषियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि ए.एस.आई. नरिंद्र सिंह एक आपराधिक पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति है। उनके पास रजनीश नामक व्यक्ति ने लिखित तौर पर कागज दिखाए हैं जिससे सिद्ध होता है कि नरिंद्र सिंह ने रजनीश पर भी झूठा केस डालने के लिए अत्याचार किया था और उसकी टांग टूट गई थी। पहले भी पुलिस की गोलियों के साथ मरे सिख नौजवानों को आज तक इंसाफ नहीं मिला। ऊपर से अन्य सिख नौजवानों को थाने में ले जाकर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा जब तक आरोपी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं होती वे चैन के साथ नहीं बैठेंगे। उन्हें इंसाफ लेने के लिए प्रशासन के पास धरने प्रदर्शन करने पड़ते हैं, अपने हक मांगने पड़ते हैं परंतु सरकार हमेशा से सिखों के साथ भेदभाव करती आई है।

नेताओं ने कहा कि सभी पंथक जत्थेबंदियां 15 अगस्त के आजादी दिवस का बायकाट करती हैं और सिख संगत को विनती करती हैं कि 15 अगस्त को काले दिवस के तौर पर मनाएं। यदि दोषियों पर कार्रवाई न की गई तो एक सप्ताह के अंदर दोषियों को सजा दिलाने के लिए कोई बड़ा संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर पीड़ित सिख नौजवान और बाकी नौजवानों के परिवारों ने भी सम्मिन किया। इस मौके पर भाई गुरिन्द्र सिंह बधौछी गुरुद्वारा प्रधान, भाई गुरप्रीत सिंह केंद्रीय सिंह सभा चंडीगढ़, भाई जगजीत सिंह खालसा अकाली दल मान, भाई तूफान सिंह, भाई हरचंद सिंह मंड्याना, भाई जरनैल सिंह पहर कलां, भाई सतवंत सिंह, भाई जगदीप सिंह छन्ना, डा. गुरप्रीत सिंह, भाई मलकीत सिंह, भाई गुरमीत सिंह सेवा प्रचार मिशन, भाई जगरूप सिंह बनेरा और सनौर, पटियाला, राजपुरा, समाना, नाभा की गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियां शामिल थीं।


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