इस शख्स को 20 वर्षों बाद मिलेगी ‘जंजीरों’ से मुक्ति

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 09:36 AM (IST)

मोगा(गोपी राऊंके): एक तरफ जहां समूचा देश 72वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने की तैयारियों में व्यस्त है। वहीं दूसरी तरफ मोगा जिले के गांव दाता निवासी के लिए इस बार का आजादी दिवस हवा का ठंडा ‘झोंका’ लेकर आया है। दरअसल गांव के निवासी जगतार सिंह (48) पिछले 20 वर्षों से अपने घर में ही जंजीरों में जकड़ा हुआ था जो पिछले लंबे समय से अपनी आजादी के लिए मिन्नतें कर रहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। गत दिवस अचानक ही वह चारपाई को घसीटते हुए अपने भाई के घर चला गया, जहां उसको पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जंजीरों से आजादी दिलवा दी।

मेरे अपनों ने ही मुझे जंजीरों में जकड़ा : पीड़ित
पीड़ित जगतार सिंह ने स्पष्ट किया कि वह दिमागी तौर पर बीमार नहीं है, बल्कि उसके अपनों ने ही उसको कथित तौर पर जंजीरों  में जकड़ कर रखा था। पीड़ित का कहना है कि वह अखबार पढने के अलावा हर किसी गांव निवासी व रिश्तेदार को जानता तथा पहचानता है, लेकिन फिर भी पता नहीं क्यों मेरे अपने ही मुझे अच्छी जिंदगी नहीं जीने दे रहे।

उसने आरोप लगाया कि उसके भाई अवतार सिंह व निरंजन सिंह ही जान-बूझकर ऐसा कर रहे हैं। उसने कहा कि कई-कई दिन उसको नहाने के लिए पानी व खाने के लिए भोजन भी सही ढंग से नहीं मिलता। दूसरी तरफ पीड़ित के भाई अवतार सिंह व निरंजन सिंह ने कहा कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है तथा उसको दिमागी तौर पर ठीक न होने कारण ही बांधा गया था क्योंकि वह बच्चों से मारपीट करता था। वहीं गांव निवासियों ने भी इस मामले की जांच किए जाने की मांग की है।

पीड़ित के पारिवारिक सदस्यों से मांगी है डाक्टरी रिपोर्ट : थाना प्रभारी
इस मामले संबंधी थाना प्रभारी दिलबाग सिंह ने कहा कि पीड़ित के पारिवारिक सदस्यों से डाक्टरी रिपोर्ट मांगी गई है। इसके उपरांत ही अगली कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने माना कि पीड़ित दिमागी तौर पर परेशान तो है, लेकिन उन्होंने कहा कि पीड़ित रोटी-पानी का सेवन सही ढंग से करता है। उन्होंने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।


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