हर सिंगल पेरेंट्स को करना पड़ता है इन Situations का सामना

punjabkesari.in Monday, Aug 13, 2018 - 01:56 PM (IST)

आजकल खर्चे इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि पति और पत्नी दोनों को काम करना पड़ रहा है। वहीं, अगर घर में बच्चा हो तो मां की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है। इस बात को लेकर कुछ औरते अक्सर अपनी तुलना सिंगल मदर से करने लगती हैं। जबकि यह बात गलत है। कई बार को पति-पत्नी दोनो ही बच्चे की जिम्मेदारी से परेशान हो जाते हैं वहीं, अगर सिंगल मदर या फादर की बात करें तो यह काम बहुत ज्यादा मुश्किल होता है। उनके लिए काम करना,बच्चे की पढ़ाई, घर की देखभाल और जिम्मेदारी आदि सबको एक साथ देखना बहुत चुनौती भरा होता है। 


रखना पड़ता है हर चीज का ख्याल
भले ही कोई अच्छे पैसे कमा रहा हो लेकिन बच्चे को मां-बाप दोनों के प्यार की एक-साथ जरूरत होती है। वह जितना अपने मां के करीब होता है, पापा से भी उसकी उतनी ही भावनाएं जुड़ी होती हैं। चीजें खरीद कर तो बच्चे की हर ख्वाहिश पूरी की जा सकती है लेकिन सिंगल पेरेट्स होने के नाते उसे मां-पाप दोनों की जिम्मेदारियां और प्यार बच्चे पर न्योछावर करना पड़ता है। 


परिवार को भी देना पड़ता है समय
चाहे आप पार्टनर के साथ हैं या फिर अकेले लेकिन परिवार का ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है। अकेले रहकर अपनी कमाई से सब कुछ देखना बहुत मुश्किल हो जाता है। पार्टनर के साथ रहकर कभी भी अपनी तुलना सिंगल पेरेट से न करें। चाहे वे परिवार की तरफ ध्यान नहीं दे रहे लेकिन घर के खर्च को पूरी जिम्मेदारी से निभा रहे हैं। इससे आप थोड़े बेफिक्र हो जाते हैं। 


फैसले करने में होती है परेशानी
अगर किसी दुर्घटनावंश पार्टनर इस दुनिया से चला जाए को एक महिला के लिए जिंदगी बीताना बहुत मुश्किल हो जाता है। मां के लिए अकेले रहते हुए फैसले करना आसान नहीं होता। पार्टनर के साथ हो तो इस तरह की फिक्र नहीं सताती। 


उम्र से पहले बच्चे भी हो जाते हैं समझदार
सिंगर पेरेट्स के साथ रहते हुए बच्चे भी उम्र से पहले ही समझदार हो जाते हैं। भले ही मां उनकी हर ख्वाहिश पूरी करती है लेकिन फिर भी बच्चों के दिमाग में जिम्मेदारी का बोझ पड़ना शुरू हो जाता है। वे जल्दी आत्मनिर्भर बन जाते हैं। 

 


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Content Writer

Priya verma

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