Kundli Tv- क्यों इस गांव के लोगों की नफ़रत का कारण है भोलेनाथ?

punjabkesari.in Monday, Aug 13, 2018 - 12:03 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)

हिंदू धर्म में सावन की क्या महत्वता है इस बारे में तो सब लोगों को पता ही होगा। इस माह देश के हर कोने में भगवान शंकर को पूजा जाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक एेसा भी मंदिर है जहां सावन के महीने में सन्नाटा छा जाता है। जी हां, एक एेसी ही जगह हैं, जहां करीबन 9 सालों से शिवलिंग गंगाजल की राह देख रहा है। आईए जानतें हैं इसके बारे में-
PunjabKesariजैसा कि सभी जानते होंगे कि सावन का पावन महीना चल रहा है जिसमें शिव के भक्त पूरी आस्था से उनका पूजन करते हैं। सावन के इस पावन महीने में लाखों भक्त कावड़ लेकर दूर-दूर तीर्थ स्थलों पर जाते हैं और भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए गंगा का पवित्र जल लेकर आते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रहस्यमई जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर एक ऐसा शिवलिंग स्थित हैं जो पिछले 9 वर्षों से गंगाजल के लिए प्यासा है और गंगाजल पाने के लिए गुहार लगा रहा है। कहा जाता है कि वहां पर किसी भी इंसान में इतनी हिम्मत नहीं है कि उस शिवलिंग को गंगाजल से नहला सके और उसका जलाभिषेक कर सके।
PunjabKesari

सावन में नहीं होती शिव की पूजा
सावन का पावन महीना आरंभ होते ही सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। शिव के दर्शन करने और जलाभिषेक करने के लिए दूर-दूर से यात्री तीर्थ स्थलों पर जाते हैं। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के एक गांव में सावन का महीना आरंभ होते ही मातम छा जाता है। यहां के लोग भगवान शिव के पूजन वंदना और व्रत आदि से दूर हो चुके हैं। उन्हें भगवान शिव का वह भगवा रंग नापसंद है। उन्हें इन सब चीजों से नफ़रत हो चुकी है लेकिन इसके पीछे छुपी है एक दर्दनाक कहानी।

PunjabKesari
हरियाणा में है ये शिव मंदिर 
यह गांव हरियाणा में स्थित है जो गुड़गांव से 28 किलोमीटर दूरी पर है जिसका नाम बाघन गांव है। यहां के लोगों को शिव भक्तों, कावड़ियों और भगवान शिव के भगवा रंग से बेहद नफ़रत है। इसके पीछे का कारण 9 साल पहले हुई एक घटना है।
PunjabKesariकहा जाता है कि 9 वर्ष पहले एक ऐसा हादसा हुआ कि उन्होंने यह सब चीजें छोड़ दी और शिव जी से नफ़रत करने लगे। दरअसल हुआ कुछ यूं कि साल 2010 में उनके गांव से 22 युवकों सहित 24 लोग कांवर लेकर काशी की यात्रा पर 2 अगस्त 2010 को निकले थे। लेकिन रास्ते में एक सड़क दुर्घटना के दौरान उन सबकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद से गांव वाले सदमे में है और भगवान शिव की आराधना करना छोड़ चुके हैं। उनको कावड़िए और भगवा रंग से नफ़रत हो चुकी है। एक साथ दर्जनों महिलाएं विधवा और बहुत से मां-बाप अपने बच्चों को खो चुके हैं। बहुत सी बहनें अपने भाइयों को भुला चुके हैं। वह हादसा उनके जीवन का एक दर्दनाक सच बन गया था, जिसके बाद से उन्होंने उस साल रक्षाबंधन का त्यौहार भी नहीं मनाया और अब भगवान शिव की आराधना करनी भी छोड़ दी है। यहीं कारण है कि इस गांव में स्थित शिवलिंग पर 9 साल से किसी ने जलाभिषेक नहीं किया है। 
सावन स्पेशल : जानें, क्यों भगवान शिव पर लगाई जाती है भस्म (देखें VIDEO)

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News