दिल्ली में संविधान जलाने वालों का अम्बेदकर सेना मूल निवासी ने फूंका पुतला
punjabkesari.in Sunday, Aug 12, 2018 - 02:01 PM (IST)
फगवाड़ा(जलोटा/रूपिन्द्र कौर): दिल्ली के जंतर-मंतर पर मोदी सरकार की तरफ से संसद में एस.सी./एस.टी. एक्ट संबंधी पास किए गए विधेयक विरोधी प्रदर्शन के दौरान भारतीय संविधान को जलाने वाले शरारती तत्वों का आज अम्बेदकर सेना मूल निवासी ने फगवाड़ा में पुतला फूंका। अम्बेदकर सेना के पंजाब प्रधान हरभजन सुमन के नेतृत्व में किए पुतला फूंक प्रदर्शन के बाद एस.पी. फगवाड़ा मनदीप सिंह को एक ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की गई।
इस अवसर पर हरभजन सुमन ने कहा कि भारत का संविधान लोकतंत्र का सम्माननीय ग्रंथ है जिसकी बेअदबी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाबा साहेब डा. बी.आर. अम्बेदकर ने इस संविधान द्वारा ही देश के करोड़ों दलितों को समानता का अधिकार लेकर दिया है। हद तो यह है कि मनुवादी ताकतों ने प्रदर्शन के दौरान बाबा साहेब बारे भद्दी शब्दावली प्रयोग कर मुर्दाबाद के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि मोदी राज में आर.एस.एस. और दलित विरोधी ताकतें नहीं चाहतीं कि दलित समाज सम्मान के साथ जीवन व्यतीत कर सके।
ये लोग आज भी दलितों को गुलाम बना कर रखना चाहते हैं लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे।उन्होंने कहा कि एस.पी. फगवाड़ा को ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है परन्तु यदि दिल्ली में संविधान जलाने और बाबा साहेब की शान के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करकार्रवाई न की गई तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इससे पैदा होने वाले हालात की जिम्मेदारी पुलिस व प्रशासन की होगी। इस अवसर पर हैपी कौल, भंते विमल कीॢत, भारत, दीपक, डा. जगदीश, पवन बद्धन, संदीप कौलसर, मनी, दीपा, अशोक खोथड़ां, धर्मवीर, शशि बंगड़, जस्सी पहलवान, कमल हाकूपुरा आदि उपस्थित थे।