Kundli Tv- इन 5 लोगों के बीच में से निकलने पर दांव पर लग जाती है ज़िंदगी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 31, 2018 - 02:41 PM (IST)
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भारत के इतिहास में आचार्य चाणक्य का महत्वपूर्ण स्थान है। आचार्य द्वारा बताई गई नीतियां किसी भी व्यक्ति के जीवन को सुखी और सफल बना सकती हैं। इनकी नीतियों के अगर व्यक्ति अपने जीवन में उतार लेता है, वह बड़ी परेशानियों का सामना भी आसानी से कर सकता है। आज जिस निति के बारे में बात करेंगे उसमें बताया गया है कि किन लोगों या चीज़ों के बीच में से नहीं निकलना चाहिए।
विप्रयोर्विप्रवह्नेश्च दम्पत्यो: स्वामिभृत्ययो:।
अन्तरेण न गन्तव्यं हलस्य वृषभस्य च।।
दो ज्ञानवान व्यक्ति
जब दो समझदार लोग आपस में बात-चीत कर रहें हो तो उनके बीच में से नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि जब दो ज्ञानी मिलतें हैं तो वे ज्ञान की ही बात करतें हैं, तो एेसे समय में उनकी बातों में कभी विघ्न नहीं डालना चाहिए।
ब्राह्मण और अग्नि
किसी जगह पर अगर ब्राह्मण अग्नि के पास बैठा हो तो इन दोनों के बीच में से भी नहीं निकलना चाहिए। उस समय शायद वह ब्राह्मण हवन कर रहा हो और बीच में से निकलने पर उसका यज्ञ अधूरा न रह जाए
घर का स्वामी और नौकर
जब ये दोनों आपस में बात कर रहें हो तो इनके बीच में नहीं आना चाहिए। हो सकता है कि मालिक नौकर को कोई काम समझा रहा हो तो कहीं उनका विवाद बीच में न रह जाए।
पति-पत्नी
पति और पत्नी अगर कहीं बैठें हो तो उनके बीच में से नहीं निकलना चाहिए। ऐसा करने पर पति-पत्नी का एकांत भंग हो सकता है। इससे उनकी प्राइवेट लाइफ में तकरार आ सकती है।
हल और बैल
अगर आप कहीं जा रहें है और हल एंव बैल आपको दिखाई दें तो उनके बीच में से नहीं निकलना चाहिए। यादि एेसा करेंगे तो आपको चोट लग सकती हैं। तो इनसे दूरी बना कर ही निकलना बेहतर होता है।
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