विधानसभा अध्यक्ष की मंत्रिमंडल में हो सकती है वापसी!

punjabkesari.in Saturday, Jul 21, 2018 - 08:55 AM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल की मंत्रिमंडल में वापसी हो सकती है। उनको मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री बनाए जाने की स्थिति में विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व मौजूदा समय में 3 वरिष्ठ मंत्रियों महेंद्र सिंह, किशन कपूर और सुरेश भारद्वाज में से किसी एक को सौंपा जा सकता है। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस तरह का फेरबदल किए जाने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार बिंदल को मंत्रिमंडल में स्थान दिए जाने को लेकर 2 तर्क दिए गए हैं। पहला यह कि वह जुझारू एवं तेजतर्रार नेता हैं, ऐसे में उनको मंत्रिमंडल में स्थान देना ज्यादा बेहतर है। दूसरा यह कि उनकी सोलन और सिरमौर जिला में अच्छी पैठ है। लिहाजा ऐसे में लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत उनको यह ओहदा सौंपा जा सकता है ताकि वह पार्टी के लिए काम कर सकें। इसके अलावा पार्टी की तरफ से एक प्रारंभिक सर्वे करवाए जाने की भी सूचना है, जिसमें मंत्रियों के कामकाज के अलावा संसदीय सीटों को जीतने की क्षमता का आकलन किया गया है, ऐसे में मंत्रिमंडल को उसी के अनुरूप ढालने की सलाह दी गई है, जिससे आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को लाभ मिल सके।


अध्यक्ष के लिए सामने आए महेंद्र, कपूर व भारद्वाज के नाम
सूत्रों के अनुसार बिंदल नई दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान उनकी लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात होने की सूचना है। इस मुलाकात के दौरान संबंधित विषय पर भी चर्चा की संभावना है। उनके मंत्रिमंडल में आने पर विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर भी पार्टी वरिष्ठ एवं अनुभवी नेता को बिठाना चाहती है, जिसमें 3 वरिष्ठ मंत्रियों महेंद्र सिंह, किशन कपूर और सुरेश भारद्वाज के नाम सामने आए हैं।


3 मंत्रियों मे से किसी एक को मिल सकती है कुर्सी
चूंकि मुख्यमंत्री इस समय मंडी जिला से हैं और उनके अलावा 2 मंत्रियों को भी स्थान दिया गया है। लिहाजा इस स्थिति में महेंद्र सिंह को अध्यक्ष बनाया जा सकता है क्योंकि इससे मंडी संसदीय क्षेत्र का गणित भी नहीं बिगड़ेगा। उनके बाद किशन कपूर को अध्यक्ष पद की कुर्सी दी जा सकती है। पूर्व सरकार में भी विधानसभा अध्यक्ष कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से रहे हैं, जिस कारण किशन कपूर के अनुभव को देखते हुए उन्हें भी अध्यक्ष बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। तीसरे वरिष्ठ मंत्री सुरेश भारद्वाज को भी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। उनको इस पद के लिए पहले से उपयुक्त माना जा रहा है और शिमला संसदीय से होने के कारण उनको विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने से लोकसभा चुनाव में भी किसी तरह का फर्क नहीं पड़ेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News