एंड्रॉयड केस: EU ने गूगल पर लगाया 35 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 05:48 PM (IST)

नई दिल्लीः इंटरनेट सेवाएं देने वाली कंपनी गूगल को एक बार फिर से यूरोपीय संघ की ओर से भारी जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार गूगल पर यह जुर्माना इसलिए लगाया गया है क्योंकि उसने एंड्रायड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्‍स पर पूरी तरह से एकाधिकार जमा रखा है। इस बार गूगल पर लगाए गए जुर्माने की राशि 4.3 बिलियन यूरो जोकि (करीब 35 हजार करोड़ भारतीय रुपए) के आसपास है। जुर्माने की यह रकम इतनी है, जितनी राशि नीदरलैंड हर साल यूरोपियन यूनियन के बजट में कंट्रीब्‍यूट करता है।

PunjabKesari

क्यों लगा जुर्माना?
गूगल पर लगे इस फाइन की वजह काफी साधारण है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में गूगल के ऐप्स पहले से ही इंस्टॉल्ड होते हैं और दूसरी ऐप्स कंपनियां ये इल्जाम लगाती आई हैं कि ऐसे में यूजर्स को गूगल के ही ऐप यूज करना पड़ता है क्योंकि वो पहले से स्मार्टफोन में होता है। ऐसा करके गूगल न सिर्फ ऐप यूज कराता है, बल्कि इसके जरिए वो अपना टार्गेट विज्ञापन भी सेट करता है।


यूरोपियन यूनियन की कंपटीशन चीफ मार्गेट वेस्टैजर ने कहा है, 'गूगल ने एंड्रॉयड को अपने सर्च इंजन की पहुंच बढ़ाने के लिए व्हीकल के तौर पर इस्तेमाल किया है। ऐसा करके गूगल ने अपने प्रतिद्वंदियों को इनोवेट करने और मेरिट के हिसाब से टक्कर देने से रोकने का काम किया है।' यूरोपियन कमीशन पिछले साल से एंड्रॉयड की जांच कर रहे थे और इसकी वजह गूगल के प्रतिद्वंदियों की शिकायत बताई जाती है। गूगल के प्रतिद्वंदियों का आरोप है कि गूगल अपने सॉफ्टवेयर की पहुंच का गलत इस्तेमाल कर रहा है।



PunjabKesari

वेस्टगर ने मंगलवार रात दी सुंदर पिचाई कार्रवाई की जानकारी
मामले से जुड़े एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि यूरोपीय संघ की प्रतिस्पर्धा आयुक्त मार्गरेट वेस्टगर ने गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई को मंगलवार की रात फोन कर कार्रवाई की अग्रिम जानकारी दी। वेस्टगर इस बात की घोषणा करने वाली हैं कि गूगल ने सैमसंग और हुआवे जैसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ गठजोड़ कर बाजार में अग्रणी स्थिति का दुरुपयोग किया है।

PunjabKesari

पहले भी लगा चुका है रिकॉर्ड जुर्माना
यूरोपीय संघ ने इस बाबत टिप्पणी करने से मना कर दिया। गूगल पर खरीदारी के एक मामले में यूरोपीय संघ पहले ही रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर का जुर्माना लगा चुका है। इससे पहले यूरोपीय संघ अमेरिका की दो अन्य बड़ी कंपनियों एप्पल और फेसबुक पर भी भारी-भरकम जुर्माना लगा चुका है। अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार शुल्क को लेकर जारी तनाव के बीच इस निर्णय से तनाव नये उच्च स्तर तक पहुंच सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

jyoti choudhary

Recommended News

Related News