किसान आंदोलन में रोकी दूध की सप्लाई, तो जाना पड़ सकता है जेल

punjabkesari.in Tuesday, May 29, 2018 - 12:58 PM (IST)

भोपाल : एक जून से दस जून तक किसानों ने गांव बंद आंदोलन का आह्वान किया है। जिसके चलते गांवों से शहरों में फल, दूध और सब्जी की सप्लाई नहीं होगी। आंदोलन को देखते हुए सरकार ने अब इसका इंतजाम कर दिया है। शहर और कस्बों में रोजमर्रा की चीजों के लिए लोग परेशान नहीं हों इसके लिए सरकार ने दूध की सप्लाई पर एस्मा लागू कर दिया है।

बता दें कि प्रदेश में सात हजार दुग्ध उत्पादक समितियां हैं। इनमें पांच हजार समितियां ऐसी हैं, जहां से बड़ी मात्रा में दूध आता है।

अगर कोई दूध की सप्लाई रोकते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ये कार्रवाई अत्यावश्यक सेवा कानून यानी एस्मा के तहत होगी। जिसमें आरोपी को जेल भी जाना पड़ सकता है। हालांकि सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए चार हजार मीट्रिक टन दूध पाउडर और बटर की व्यवस्था अलग-अलग शहरों और कस्बों में पहले से ही कर दी है। कमी आने पर इससे दूध बनाकर 24 घंटे के भीतर आपूर्ति कर दी जाएगी।

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

rehan

Recommended News

Related News