विस मानसून सत्र : अध्यक्ष की चेतावनी, बातों को ​ट्वीट ना करें विधायक

6/25/2018 1:43:36 PM

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने विधनासभा में सड़क निर्माण से जुड़े एक मुद्दे में मचे हंगामे के बीच विधायकों को सदन के अंदर की बातों को ​ट्वीट ना करने की चेतावनी देते हुए कहा कि इससे बाहर अच्छी छवि नहीं जाती। इसके पहले इसी मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद मचे हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही एक बार स्थगित करनी पड़ी।

प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने अपने विधानसभा क्षेत्र भिंड में एक सड़क नहीं बने होने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि इस मामले में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है और संबंधित अधिकारी को निलंबित करते हुए ठेकेदार पर भी कार्रवाई की जाए। लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह ने सवाल का जवाब दिया, लेकिन प्रश्नकर्ता विधायक अधिकारियों पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए निलंबन की मांग पर अड़े रहे।

इसी बीच उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विकास के लिए करोड़ों रुपए दे रहे हैं, लेकिन काम नहीं हो रहा। विधायक की इस बात पर कांग्रेस के विधायकों ने एक टिप्पणी कर दी, जिससे सदन में हंगामे की स्थिति बन गई। लगातार हंगामे के दौरान ही अध्यक्ष डॉ शर्मा ने प्रश्नकाल समाप्ति की घोषणा करते हुए सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया। सदन के समवेत होने पर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायकों की टिप्पणी पर आपत्ति जताई। इसी बीच अध्यक्ष डॉ शर्मा ने विपक्षी विधायकों को चेतावनी दी कि वे किसी भी विधायक की कही बात को ​ट्वीट करने की कोशिश नहीं करें क्योंकि इससे सदन की छवि खराब होती है। 

वहीं बीजेपी के भिंड से विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने सदन में अपनी ही सरकार को घेरा। कुशवाहा ने कहा कि उनके इलाके में एक किलोमीटर की सड़क एक महीने में पूरी होनी थी, जो ढाई साल बीत जाने के बाद भी पूरी नही हुई। वे सदन में तीन बार उठा से मामला उठा चुके है, लेकिन अब तक कोई हल नही निकला। विधायक कुशवाहा ने सरकार से जिम्मेदार अधिकारियों को निलबिंत करने की मांग की। 


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