जज्बा व जुनून ऐसा कि छत को ही बना डाला किचन गार्डन

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 03:45 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): घर की छत पर भी फल व सब्जियां पैदा किए जा सकते हैं, इस पर यकीन करना आसान नहीं है, मगर होशियारपुर के किसान जसविन्द्र सिंह धामी ने यह कमाल कर दिखाया है। सुतहरी रोड पर स्थित कमर्शियल बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर वह न सिर्फ खुद रहते हैं बल्कि छत को ही बाग का रूप देकर वह फल-सब्जियां भी उगा रहे हैं। 

होशियारपुर के सुतहरी रोड पर स्थित यह इमारत भी अन्य भवनों की तरह ही है, लेकिन इसकी एक खूबी इसे दूसरी इमारतों से अलग करती है। इस मकान की छत पर पिछले 3 वर्षों से फल व सब्जियां लहलहा रही हैं। इसके लिए छत पर अलग-अलग फसलों के लिए अलग-अलग ऊंचाई वाला सीमैंटिड बागवानी एरिया बनाया गया है। सीमैंट से बने इस बागवानी एरिया को छत में बीम के सहारे टिकाया गया है। मकान को सीलन और छत को वजन से बचाने के लिए बागवानी एरिया को छत से 3 से 4 फुट ऊंचा किया गया है। सभी फसलों की ड्रिप इरीगेशन से सिंचाई की जाती है, वहीं पानी के निकास की व्यवस्था भी की गई है।

जैविक खाद का प्रयोग कर विदेशी तकनीक से की जाती है खेती 
मूल रूप से जालंधर रोड पर स्थित सिंगड़ीवाला गांव के रहने वाले प्रोग्रैसिव किसान जसविन्द्र सिंह धामी साल में करीब 3 से 4 महीने अपने बच्चों के साथ अमरीका में रहते हैं लेकिन खेती करने का शौक उन्हें अपनी जड़ों से आज भी जोड़ कर रख रहा है। जिले के बादोवाल व मुरादपुर नरियाल में अपनी 30 एकड़ जमीन में आज भी सोलर सिस्टम से बिजली पैदा करके वह लेटैस्ट तकनीक से खेती करते हैं। करीब 3 साल पहले उन्हें छत पर बागवानी के लिए अनुकू ल आबोहवा तैयार करने का आइडिया सूझा। छत पर चबूतरा बनाकर उसमें मिट्टी डालकर खेतनुमा रूप दे दिया गया। कुछ ही समय में छत पर टमाटर, बैंगन, बंदगोभी, मटर, लौकी, ककड़ी, मेथी, धनिया समेत तमाम सब्जियों के साथ-साथ किन्नू, माल्टा, गन्ना, अमरू द लहलहाने लगे। यहां बोई जाने वाली सब्जियों में जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है, जिसे घर की ही चाय-पत्ती, संतरे, आलू, लौकी आदि के छिलकों को एकत्र कर धूप में सुखाकर बनाया जाता है। 

बाहर से नहीं खरीद रहे सब्जी
गौरतलब है कि जसविन्द्र सिंह धामी घर पर पत्नी सरबजीत कौर के साथ रहते हैं। उनके घर की छत पर तैयार सब्जियों की फसल से न केवल उनके परिवार के सदस्य दोनों समय की ताजा व बिना कीटनाशकों के छिड़काव वाली सब्जियां खा रहे हैं बल्कि इस समय छत पर मिर्च, मटर, बैंगन, अंगूर, गोभी, टमाटर, शिमला मिर्च, धनिया, पालक, मूली और गाजर की पैदावार भी ली जा रही है। सब्जियों को कीटनाशक व रासायनिक खाद रहित जैविक तकनीक से पैदा किया गया है। बड़ी संख्या में लोग इस तकनीक को देखने और जानकारी लेने के लिए यहां आते हैं। 


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