निगम का आर्थिक संकट लोगों पर भारी, शहर की फ्री पार्किंग होंगी पेड

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 12:03 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : नगर निगम शहर की फ्री पार्किंग को पेड करने जा रहा है। इसके लिए निगम के इंजीनियरिंग विंग ने आर्किटैक्चर विंग के साथ मिलकर सर्वे लगभग पूरा कर लिया है। निगम ने आगामी हाऊस मीटिंग में भी इस संबंध में एजैंडा लाने की तैयारी कर ली है। 

निगम के सर्वे में अब तक 70 से ऊपर पार्किंग स्थल सामने आए हैं, जिन्हें निगम पेड कर सकता है। आगे भी निगम का सर्वे जारी है, ताकि ऐसे और पार्किंग स्थलों की पहचान कर उन्हें पेड पार्किंग में तब्दील किया जा सके। अगर यह सभी पार्किंग पेड हो जाती हैं तो इनमें करीब 7 हजार चारपहिया वाहन और करीब 5 हजार दोपहिया वाहन पार्क हो सकेंगे। 

मीटिंग में तय होगा, इन पार्किंग्स का ठेका किसको दिया जाए :
फिलहाल शहर में 26 पेड पार्किंग स्थल हैं। इनमें सैक्टर-17 की मल्टी लेवल पार्किंग भी शामिल है। शहर की 25 पेड पार्किंग को निगम द्वारा पिछले साल मई में मुंबई की आर्या टोल इंफ्रा लिमिटेड कंपनी को 14 करोड़ 78 लाख में ऑक्शन पर दिया गया था। इसके बाद से यह कंपनी शहर की 25 पेड पार्किंग के 58 लॉट्स को चला रही है। अब नगर निगम की ओर से किए गए सर्वे में 73 पार्किंग स्थल सामने आए हैं, जिन्हें निगम पेड पार्किंग में कन्वर्ट कर सकता है। 

हालांकि यह तो मीटिंग में प्रस्ताव आने के बाद ही फाइनल होगा कि निगम इन पार्किंग का ठेका किस कंपनी को सौंपेंगा लेकिन निगम का प्रयास यही है कि इन्हें शहर में पार्किंग का काम देख रही कंपनी आर्य टोल इंफ्रा लिमिटेड को ही दिया जाए। इस संबंध में संयुक्त आयुक्त तेजदीप सिंह सैनी ने कहा कि इसे लेकर उनका सर्वे जारी है, जिसे वह जल्द ही पूरा कर लेंगे। 

20 करोड़ रुपए राजस्व की उम्मीद :
निगम को इन पार्किंग के पेड होने के बाद करीब 20 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि इससे पहले निगम को 4 से 5 करोड़ रुपए से ज्यादा पार्किंग से राजस्व प्राप्त नहीं होता था। ऐसा पहली बार था कि निगम को पिछले साल पार्किंग से 14 करोड़ रुपए से ऊपर राजस्व प्राप्त हुआ। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News