कागजों में जीवित व्यक्ति को मृत बताकर निगम को लगाई लाखों की चपत!

punjabkesari.in Wednesday, Jun 20, 2018 - 08:06 PM (IST)

हमीरपुर: तकरीबन 70 लाख रुपए के टायर-ट्यूब व स्पेयर पार्ट्स के कथित घोटाले के बाद अब एच.आर.टी.सी. हमीरपुर मंडल के तहत ऊना बस अड्डे पर स्थित दुकानों के किराये की एवज में निगम को लाखों रुपए की चपत लगाए जाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार यहां पर जीवित व्यक्ति को मृत बनाकर निगम के उच्चाधिकारियों की आंखों में धूल झौंकते हुए किराये संबंधी मामला राईट ऑफ कर दिया गया। अब हिमाचल परिवहन मजदूर संघ ने इस मामले से संबंधित सूचना आर.टी.आई. से जुटाकर इसकी शिकायत निगम के उच्चाधिकारियों से की है। संघ पदाधिकारियों की मानें तो इस मामले को परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर के समक्ष रखकर कठोर कार्रवाई की मांग भी की जाएगी।


यह है मामला
संघ के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने बताया कि ऊना बस अड्डे पर 2 दुकानों व एक कैंटीन को वर्ष 1998 में किराये पर दिया था। कई वर्षों से संबंधित दुकानदारों ने इनका किराया नहीं चुकाया, जिस कारण लंबित किराया 61,64,000 रुपए के करीब हो गया। इसके बाद बस अड्डा प्राधिकारण मुख्यालय शिमला की ओर से कई बार इसकी वसूली के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखे गए लेकिन किराया वसूल करने की जगह एक दुकानदार की मौत की झूठी सूचना मुख्य कार्यालय को भेज दी गई तथा पत्र में यह भी बताया गया कि उनके पास किसी भी प्रकार की चल-अचल संपत्ति नहीं है, जिससे किराया वसूला किया जा सके और इसे राईट आफ किया जाए। किराया वसूली के लिए 3 सदस्यीय टीम कमेटी का भी गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि इसी का परिणाम है कि इसकी देखादेखी में ऊना बस अड्डे पर 10 और किरायेदारों से करीब 20 लाख रुपए की वसूली भी अभी की जानी है। मनगढ़ंत कहानी बनाकर जिस व्यक्ति को मृत घोषित किया गया है, वह अभी जीवित है।


22 जून को होगी परिहवन मजदूर संघ की आपात बैठक
परिवहन मजदूर संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि इसी मामले को लेकर 22 जून को हमीरपुर में परिहवन मजदूर संघ की आपात बैठक बुलाई है जिसमें आगामी रणनीति भी बनाई जाएगी। शीघ्र ही इस मामले को लेकर परिवहन मंत्री से भी संघ पदाधिकारी मिलेंगे। निगम में आज एक सशक्त, मुखर व इमानदार प्रशासन की जरूरत है तथा सत्ता परिवर्तन के बाद निगम के कर्मचारी भय व आतंक के माहौल से उबर चुके हैं। अब भ्रष्टाचार मेें संलिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए निगम में कोई जगह नहीं है। 


क्या कहते हैं एम.डी.
एच.आर.टी.सी. शिमला के एम.डी. डा. संदीप भटनागर ने कहा कि इस मामले के संदर्भ में अभी कोई जानकारी नहीं है। अगर शिकायत आएगी तो निष्पक्ष जांच करवाकर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


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Vijay

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