महिला का शव दफनाने को लेकर माहौल रहा तनावपूर्ण

punjabkesari.in Wednesday, Jun 20, 2018 - 07:39 AM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): फगवाड़ा रोड के साथ लगते मेहटियाना थाना के गांव मनराईयां में मंगलवार सुबह से लेकर शाम तक महिला सुरेन्द्र कौर उर्फ छिंदो के शव को दफनाने व संस्कार करने को लेकर गांव में दिनभर माहौल तनावपूर्ण रहा। पास्टर एसोसिएशन के तमाम पदाधिकारी व क्रिश्चियन फ्रंट के प्रदेशाध्यक्ष लारैंस चौधरी जहां शव गांव के श्मशानघाट में ही दफनाने की मांग कर रहे थे वहीं गांव की पंचायत व आसपास के लोग इस बात पर अड़ गए कि वे शव को किसी भी सूरत में दफनाने नहीं देंगे। इस बीच थाना मेहटियाना से मौके पर एडीशनल एस.एच.ओ. संतोख सिंह और ए.एस.आई. योगराज सिंह व बाद में डी.एस.पी. गुरजीत पाल सिंह ने मौके पर पहुंच दोनों पक्षों को गांव के श्मशानघाट में संस्कार करने को राजी कर लिया। देर सायं सुरेन्द्र कौर के शव का संस्कार कर दिया गया।

गांव का माहौल बिगडऩे नहीं देंगे
मनराईयां गांव में भारी संख्या में जुटे लोगों के साथ गांव की सरपंच निर्मल कौर ने कहा कि वे गांव का माहौल किसी भी हाल में बिगडऩे नहीं देंगे। यदि किसी ने धर्म परिवर्तन किया है तो वह पार्थिव शरीर को लेकर कब्रिस्तान जाए, जहां शव को अपने रीति-रिवाज से दफनाने की आजादी है। गांव के श्मशानघाट में जगह की कमी है, जिस वजह से गांव के लोग शव दफनाने की अनुमति नहीं दे रहे।

पति का भी हुआ था तनावपूर्ण माहौल में संस्कार
मनराईयां गांव में मंगलवार सुबह सुरेन्द्र कौर उर्फ ङ्क्षछदो की मौत हो जाने के बाद उसका बेटा मनप्रीत मां का शव दफनाने की तैयारी में जुट गया। इस बीच गांव में क्रिश्चियन सोसायटी के पास्टर व ईसाई बिरादरी के लोगों को जुटते देख गांव के लोगों ने विरोध करना शुरू  कर दिया। गांव के लोग साफतौर पर कह रहे थे कि गांव के  श्मशानघाट में जगह की कमी है। यदि शव दफनाया गया तो भविष्य में शव का संस्कार करने के लिए जगह ही नहीं बचेगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि मृतका सुरेन्द्र कौर के पति मंगत राम की करीब 6 साल पहले जब मौत हुई थी तो उस समय भी शव को दफनाने व संस्कार करने को लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया था। अंत में गांव के लोगों ने शव का संस्कार करने के लिए परिवार को राजी कर लिया था।

जिला प्रशासन हर गांव में कब्रिस्तान बनाने की सुविधा दे
मौके पर पहुंचे क्रिश्चियन फ्रंट के प्रदेशाध्यक्ष लारैंस चौधरी ने कहा कि होशियारपुर जिले में इस समय ईसाइयों की संख्या करीब 1 लाख है। करीब 80 फीसद गांवों में ईसाइयों के शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान न होने की वजह से उन्हें अपने धर्म के अनुसार शव दफनाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने जिला प्रशासन व सरकार से मांग की कि सभी गांवों में ईसाइयों को कब्रिस्तान उपलब्ध करवाया जाए ताकि अपने रीति-रिवाज के अनुसार वे शव दफना सकें।


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Anjna

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